3 इडियट्स फिल्म स्कूल: आमिर खान की सिनेमा ‘3 इडियट्स’ ने जिस स्कूल को दुनियाभर में प्रसिद्धि दिलाई, वह अब एक नई कामयाबी की ओर बढ़ चुका है। लेह के ठंडे रेगिस्तान में स्थित ड्रुक पद्मा करपो स्कूल को सीबीएसई की मान्यता मिल गई है। करीब 24 साल के लंबे प्रतीक्षा के बाद इस स्कूल ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त की है, जो यहाँ के विद्यारितोयों के लिए शिक्षा के नए दरवाजे खोलने जा रही है।
ड्रुक पद्मा करपो स्कूल की ऐतिहासिक उपलब्धि
ड्रुक पद्मा करपो स्कूल का नाम मिफाम पेमा कार्पो के सम्मान में रखा गया है, जो एक महान ज्ञानी थे। यह स्कूल अपने विशेष शिक्षण तरीका और शिक्षा के प्रति समर्पण के कारण पहले ही एक मिसाल बन चुका था। स्कूल पहले जम्मू-कश्मीर राज्य शिक्षा बोर्ड (JKBOSE) से मान्यता प्राप्त था, लेकिन सीबीएसई से मान्यता पाने के लिए कई बार कोशिश किए गए थे, जिनमें ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (NOC) के कारण देरी हुई थी। अब, सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद यह स्कूल विद्यारितोयों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करेगा।

शिक्षण पद्धति और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)
स्कूल की शिक्षा प्रणाली नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के एकस्वर है, जो खेल और नवाचार पर भरोसा है। यह प्रणाली पारंपरिक रटंत पढ़ाई से अलग है, और विद्यारितोयों को उनकी क्षमताओं के मुताबिक शिक्षा देने पर ध्यान केंद्रित करती है। सीबीएसई से मान्यता मिलने के बाद, स्कूल को पाठ्यक्रम में आवश्यक बदलावों को अपनाने में कोई बड़ी चुनौती नहीं होगी।
आने वाले बदलाव और योजनाएं
अब ड्रुक पद्मा करपो स्कूल के प्रशासन ने योजना बनाई है कि 2028 तक वे कक्षा 11वीं और 12वीं की शिक्षा भी आरंभ करेंगे। इसके लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे, ताकि विद्यारितोयों का शैक्षिक अनुभव और भी बेहतर हो सके।
3 इडियट्स फिल्म स्कूल का आइकोनिक सीन
‘3 इडियट्स’ सिनेमा के एक मशहूर सीन के कारण यह स्कूल पूरी दुनिया में मशहूर हो गया था। सैलानी आज भी उस ‘आइकोनिक वॉल’ के पास तस्वीरें लेना नहीं भूलते हैं, हालांकि अब वह दीवार स्कूल से अलग स्थान पर शिफ्ट कर दी गई है, ताकि विद्यारितोयों की पढ़ाई में कोई खलल न पड़े।