Drunk Driving in Delhi : नशे में ड्राइविंग बना बड़ी चिंता

By Surekha Bhosle | Updated: July 24, 2025 • 8:26 PM

हर दिन 80 से ज्यादा चालान!

दिल्ली (Delhi) में 2025 की शुरुआत से अब तक, शराब पीकर (drinking alcohol) गाड़ी चलाने के मामलों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 1 जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक कुल 16,608 चालान काटे हैं, यानी हर दिन औसतन 81 से ज्यादा लोगों को नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए पकड़ा गया। ये आंकड़े ये साफ दिखाते हैं कि राजधानी में सड़क सुरक्षा को लेकर कितनी बड़ी लापरवाही हो रही है

2024 में भी दिखी थी बढ़ोतरी

दिल्ली Delhi में शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामलों में बढ़ोतरी की शुरुआत 2024 में ही दिखने लगी थी। साल 2024 के सिर्फ पहले तीन महीनों में 6,591 चालान काटे गए थे, जबकि 2022 में इसी दौरान सिर्फ 399 मामले सामने आए थे। ये आंकड़े खुद बयां कर रहे हैं कि हाल के वर्षों में नशे में ड्राइविंग एक गंभीर समस्या बन चुकी है।

कहां से आए सबसे ज्यादा और सबसे कम केस?

दिल्ली Delhi ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि राजधानी के अलग-अलग इलाकों में यह समस्या कितनी व्यापक है:

  1. नॉर्दर्न रेंज से सबसे ज्यादा 4,581 चालान जारी किए गए। इस क्षेत्र में रोहिणी, बाहरी उत्तर दिल्ली और उत्तर-पश्चिम दिल्ली जैसे इलाके आते हैं।
  2. ईस्टर्न रेंज (पूर्वी दिल्ली, शाहदरा और उत्तर-पूर्वी दिल्ली) से 3,183 चालान सामने आए। अधिकारियों के मुताबिक, यहां सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना आम बात है।
  3. सेंट्रल रेंज (चांदनी चौक, कश्मीरी गेट, पुरानी दिल्ली और दिल्ली यूनिवर्सिटी नॉर्थ कैंपस) में 2,779 चालान कटे।
  4. साउदर्न रेंज (हौज खास, कुतुब मीनार, लाजपत नगर जैसे नाइटलाइफ से जुड़े इलाके) में 2,424 चालान जारी हुए।
  5. वेस्टर्न रेंज (राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, द्वारका, बाहरी पश्चिम दिल्ली) में 2,271 केस दर्ज किए गए।
  6. जबकि न्यू दिल्ली रेंज, जिसमें कनॉट प्लेस, इंडिया गेट, जनपथ और चाणक्यपुरी जैसे इलाके आते हैं, यहां सबसे कम 1,370 चालान जारी किए गए।

नॉर्दर्न रेंज में सबसे ज्यादा मामले क्यों

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्दर्न रेंज की डीसीपी ट्रैफिक संध्या स्वामी ने कहा कि, नॉर्दर्न रेंज के इलाके में कई इंडस्ट्रियल जोन और हाईवे मौजूद हैं जैसे नरेला, बवाना, नेताजी सुभाष प्लेस। यहां बड़ी संख्या में मॉल और बाजार भी हैं। दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाले हाईवे से भारी ट्रैफिक निकलता है। और इसी के चलते यहां शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले सबसे ज्यादा आते हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस विशेष रूप से चार-चक्का वाहनों पर फोकस करती है क्योंकि गंभीर हादसे इन्हीं से ज्यादा होते हैं। वीकेंड पर खास चेकिंग ड्राइव भी चलाई जाती है। अगर कोई नशे में मिलता है और गाड़ी में दूसरा व्यक्ति मौजूद है, तो उसी से गाड़ी चलवाई जाती है। लेकिन कमर्शियल वाहनों को सीधा जब्त कर लिया जाता है।

दोबारा पकड़े जाने पर बड़ी सजा

शराब पीकर गाड़ी चलाना नॉन-कंपाउंडेबल (गैर-समझौता योग्य) अपराध की श्रेणी में आता है। इसका मतलब है कि आरोपी को सीधा कोर्ट जाना पड़ता है और वहीं जुर्माना या सजा तय होती है। इतना ही नहीं, पुलिस वाहन को भी जब्त कर लेती है।

2025 में अब तक 154 लोग दोबारा इसी अपराध में पकड़े गए हैं। मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, तीन साल के भीतर अगर कोई दोबारा पकड़ा जाता है तो उस पर 15,000 रुपये का जुर्माना, और/या दो साल की जेल और/या ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किए जाने की कार्रवाई हो सकती है।

कितने किलोमीटर में फैला है दिल्ली?

दिल्ली Delhi 1483 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। इसमें 369.35 वर्ग किलोमीटर ग्रामीण क्षेत्र और 1113.65 वर्ग किलोमीटर शहरी क्षेत्र शामिल हैं. दिल्ली की अधिकतम लंबाई 51.90 किलोमीटर और अधिकतम चौड़ाई 48.48 किलोमीटर है

दिल्ली में सबसे ज्यादा जमीन किस जाति के पास है?

20वीं शताब्दी तक, भूस्वामी जाट पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में एक प्रभावशाली समूह बन गये।

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