भारत के कई राज्यों में रविवार दोपहर को भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी समेत (North Bengal) उत्तर बंगाल में जोरदार भूकंप के झटके लगे हैं। भूकंप की तीव्रता 5.9 आंकी गई है। इस भूकंप का केंद्र असम के उदलगिरी जिले में रहा है।
भूकंप की तीव्रता और केंद्र
भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई और इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। विशेषज्ञों के अनुसार, इतनी कम गहराई पर केंद्र होने की वजह से झटके ज़्यादा तीव्र और व्यापक क्षेत्र में महसूस किए गए।
जमीन से मात्र 10 किमी की गहराई पर रहा केंद्र
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंस (GFZ) के अनुसार, रविवार को उत्तरपूर्वी भारत शाम 4 बजकर 41 मिनट पर 5.9 भूकंप Earthquake आया है। भूकंप का केंद्र जमीन से मात्र 10 किलोमीटर की गहराई पर रहा है। इस भूकंप के झटके असम के गुवाहाटी सहित कई इलाकों में महसूस किए गए हैं। साथ ही उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में महसूस हुए हैं। भूटान और बांग्लादेश के उत्तरी हिस्सों तक भूकंप के झटके पहुंचे हैं।
ऐसा लगा जैसे छत गिर जाएगी
भूकंप आने के बाद गुवाहाटी में लोग दहशत के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक यूजर ने लिखा, ‘भूकंप इतना भयानक था कि मेरे पैर अभी भी कांप रहे हैं।’ एक अन्य यूजर ने कहा कि भूकंप के दौरान ऐसा लगा कि जैसे छत गिर जाएगी।
जानिए क्या बोला स्थानीय प्रशासन
असम के अधिकारियों ने बताया कि तत्काल किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। स्थानीय प्रशासन भूकंप को लेकर हुए जान-माल की घटना पर नजर बनाए हुए है।
कर्नाटक में भी आज आया भूकंप
वहीं, दूसरी ओर. कर्नाटक के रायचूर जिले में रविवार दोपहर एक हल्के तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 2.7 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप दोपहर 1:44 बजे आया। इसका केंद्र रायचूर के पास 16.04 उत्तरी अक्षांश और 76.63 पूर्वी देशांतर पर स्थित रहा। भूकंप की गहराई लगभग 10 किलोमीटर थी।
भूकंप की तीव्रता कितनी होती है?
रिक्टर स्केल पर ७.० या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से कहीं अधिक खतरनाक माना जाता है। इसी पैमाने पर २.० या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता हैं, जो सामान्यतः महसूस नहीं होते। ४.५ की तीव्रता वाले भूकंप घरों और अन्य रचनाओं को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।
भारत को कितनी भूकंप तीव्रता है?
सही उत्तर 4 है। इनमें से, सबसे अधिक भूकंपीय रूप से सक्रिय ज़ोन V है और सबसे कम सक्रिय ज़ोन II है। भारतीय उपमहाद्वीप पर विनाशकारी भूकंपों का इतिहास है। भूकंप की उच्च आवृत्ति और गंभीरता का मुख्य कारण यह है कि भारतीय प्लेट लगभग 47 मिमी/वर्ष की दर से एशिया की और चल रही है।
अन्य पढ़ें: