తెలుగు | Epaper

Education : यूओएच आईसीएसएसआर परियोजना का हिस्सा

Ankit Jaiswal
Ankit Jaiswal
Education : यूओएच आईसीएसएसआर परियोजना का हिस्सा

1.20 करोड़ रुपये की आईसीएसएसआर अनुसंधान परियोजना से सम्मानित किया गया

हैदराबाद। हैदराबाद विश्वविद्यालय (UOH) के हिंदी के वरिष्ठ प्रोफेसर प्रोफेसर गजेंद्र पाठक उस टीम का हिस्सा हैं, जिसे आईसीएसएसआर के द्वितीय आह्वान के तहत ‘ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान भारतीय श्रम प्रवास का सांस्कृतिक इतिहास’ पर अनुदैर्ध्य अध्ययन के लिए 1.20 करोड़ रुपये की आईसीएसएसआर अनुसंधान परियोजना से सम्मानित किया गया है। आईसीएसएसआर सहयोगी अनुसंधान परियोजना टीम की संरचना में परियोजना निदेशक शामिल हैं – प्रोफेसर गजेंद्र पाठक (यूओएच), डॉ चंदन श्रीवास्तव (BHU), डॉ रचना विश्वकर्मा (सीयूएसबी), डॉ अनुपमा पांडे, भारतीय उच्चायोग, लंदन (यूके) और कैप्टन ओम प्रकाश सिंह, समुद्री विशेषज्ञ, लंदन (यूके), परियोजना समन्वयक प्रोफेसर निरंजन सहाय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी हैं

एक समर्पित शोध परियोजना है गिरमिटिया

गिरमिटिया एक समर्पित शोध परियोजना है जो ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान भारतीय श्रम प्रवास के सांस्कृतिक इतिहास पर केंद्रित एक अग्रणी परियोजना का आधार है। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) के सामाजिक एवं मानव विज्ञान में दीर्घकालिक अध्ययन हेतु द्वितीय आह्वान के अंतर्गत परिकल्पित, इस शोध पहल का उद्देश्य गिरमिटिया प्रवासी समुदाय के खंडित आख्यानों का पुनरावलोकन, पुनर्प्राप्ति और पुनः संयोजन करना है। गिरमिटिया शब्द, जो ‘समझौता’ शब्द के औपनिवेशिक गलत उच्चारण पर आधारित है, उन लाखों भारतीय गिरमिटिया मजदूरों को संदर्भित करता है, जिन्हें ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा 1830 के दशक और 20वीं सदी के प्रारंभ के बीच फिजी, मॉरीशस, त्रिनिदाद, गुयाना, सूरीनाम और दक्षिण अफ्रीका जैसे विभिन्न उपनिवेशों में भेजा गया था।

यूओएच

हैदराबाद विश्वविद्यालय का इतिहास क्या है?

विश्वविद्यालय की स्थापना 1974 में हुई थी। यह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है, जिसे उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए स्थापित किया गया। यह विश्वविद्यालय विज्ञान, समाजशास्त्र, मानविकी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में प्रतिष्ठित माना जाता है और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है।

हैदराबाद का दूसरा नाम क्या है?

Hyderabad का दूसरा नाम “भाग्यनगर” माना जाता है। कहा जाता है कि इसे मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने अपनी प्रेमिका भागमति के नाम पर भाग्यनगर कहा था। बाद में इसका नाम हैदराबाद रखा गया। आज भी यह नाम ऐतिहासिक संदर्भों में उपयोग किया जाता है।

हैदराबाद यूनिवर्सिटी की फीस कितनी है?

विश्वविद्यालय की फीस कोर्स के अनुसार भिन्न होती है। सामान्यतः स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की वार्षिक फीस ₹5,000 से ₹25,000 के बीच होती है। रिसर्च प्रोग्राम्स और विशेष पाठ्यक्रमों की फीस थोड़ी अधिक हो सकती है। आरक्षित वर्गों को कुछ छूट मिलती है।

Read Also : Politics : लंबित वादों को लेकर सिंगरेनी श्रमिकों के लिए बीआरएस शुरू करेगी राज्यव्यापी संघर्ष

Minister: एक अलग अंदाज में बुलेट पर सवार होकर निरीक्षण करने पहुंची मंत्री

Minister: एक अलग अंदाज में बुलेट पर सवार होकर निरीक्षण करने पहुंची मंत्री

By-Eection : उपचुनाव को देखते हुए मंत्री पहुंचे जनता के द्वार

By-Eection : उपचुनाव को देखते हुए मंत्री पहुंचे जनता के द्वार

Women : महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सामाजिक प्रगति की कुंजी है: कोमटिरेड्डी

Women : महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण सामाजिक प्रगति की कुंजी है: कोमटिरेड्डी

Jubilee Hills : हैदराबाद को एक वैश्विक शहर बनाने का सरकार का लक्ष्य: तुम्मला

Jubilee Hills : हैदराबाद को एक वैश्विक शहर बनाने का सरकार का लक्ष्य: तुम्मला

Sudan : नशे के कारोबार में लिप्त विदेशी नागरिक  सूडान भेजा गया

Sudan : नशे के कारोबार में लिप्त विदेशी नागरिक सूडान भेजा गया

SCR: दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक ने बल्हारशाह-सिकंदराबाद खंड का निरीक्षण किया

SCR: दक्षिण मध्य रेलवे महाप्रबंधक ने बल्हारशाह-सिकंदराबाद खंड का निरीक्षण किया

CM: तेलंगाना अपने हिस्से के कृष्णा नदी के जल का एक-एक बूंद लेगा : सीएम

CM: तेलंगाना अपने हिस्से के कृष्णा नदी के जल का एक-एक बूंद लेगा : सीएम

Murder : सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया, तीन आरोपी गिरफ्तार

Murder : सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया, तीन आरोपी गिरफ्तार

Crime: लखपति बनने का ख्वाब रह गया अधूरा, लुटेरे पहुंचे सलाखों के पीछे

Crime: लखपति बनने का ख्वाब रह गया अधूरा, लुटेरे पहुंचे सलाखों के पीछे

Urea :  एक ही दिन में 11,930 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति, किसानों को राहत

Urea : एक ही दिन में 11,930 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति, किसानों को राहत

Action : डिप्टी सीएम की चेतावनी, अधिकारियों की लापरवाही से राजस्व को हो सकता है खतरा

Action : डिप्टी सीएम की चेतावनी, अधिकारियों की लापरवाही से राजस्व को हो सकता है खतरा

CM: गोदावरी पुष्करालु के लिए ‘मंदिर-केंद्रित’ घाटों के निर्माण के आदेश

CM: गोदावरी पुष्करालु के लिए ‘मंदिर-केंद्रित’ घाटों के निर्माण के आदेश

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870