Electric car कंपनियों का भारत में बड़ा प्लान मर्सिडीज, फॉक्सवैगन जैसी विदेशी कंपनियां करेंगी निवेश
भारत का इलेक्ट्रिक वाहन बाजार दिन-ब-दिन तेजी से बढ़ रहा है। अब मर्सिडीज, फॉक्सवैगन जैसी दिग्गज विदेशी कंपनियां भी भारत में अपनी Electric car यूनिट्स लगाने की योजना बना रही हैं। इसके अलावा, टेस्ला को लेकर भी महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है।
Electric car बाजार में विदेशी कंपनियों की दिलचस्पी
भारत में सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, जैसे FAME स्कीम और टैक्स में छूट। इन योजनाओं का असर अब दिखाई देने लगा है:
- मर्सिडीज ने घोषणा की है कि वह भारत में अपनी पहली पूर्ण रूप से बनी Electric car लॉन्च करेगी।
- फॉक्सवैगन भी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक SUV सेगमेंट में एंट्री करने वाली है।
- BYD जैसी चीनी कंपनियां पहले ही भारतीय बाजार में सक्रिय हैं।

इलेक्ट्रिक कार कंपनियां भारत को उत्पादन का नया केंद्र बनाने की ओर बढ़ रही हैं। इसके पीछे वजह है भारत का विशाल उपभोक्ता बाजार और सरकार की अनुकूल नीतियां।
टेस्ला को लेकर क्या है नया अपडेट?
टेस्ला लंबे समय से भारत में एंट्री करने की योजना बना रही है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक:
- टेस्ला ने भारत सरकार से कुछ शर्तों पर आयात शुल्क में राहत मांगी है।
- सरकार टेस्ला को भारत में निर्माण यूनिट स्थापित करने की शर्त पर छूट देने पर विचार कर रही है।
- संभावना है कि टेस्ला की Electric car जल्द ही भारत में असेंबल होने लगेगी।
Electric car निर्माण को मिलेगा बढ़ावा
विदेशी कंपनियों की एंट्री से भारत में इलेक्ट्रिक कार के निर्माण को नई दिशा मिलेगी:
- देश में तकनीकी स्थानांतरण और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता की कारें सुलभ होंगी।
- प्रतिस्पर्धा बढ़ने से इलेक्ट्रिक कार की कीमतों में भी गिरावट आ सकती है।

क्या बोले विशेषज्ञ?
ऑटो सेक्टर के विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 5 सालों में भारत एशिया का सबसे बड़ा Electric car हब बन सकता है। खासतौर पर विदेशी निवेश और लोकल प्रोडक्शन मॉडल इस दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे।
इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में भारत की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है। मर्सिडीज, फॉक्सवैगन और टेस्ला जैसी कंपनियों का भारत की ओर झुकाव इस बात का संकेत है कि देश अब सिर्फ बाजार नहीं, बल्कि निर्माण केंद्र भी बन रहा है। आने वाले समय में भारतीय उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प और बेहतर तकनीक के साथ Electric car उपलब्ध होगी।