एलन मस्क को अब एक और बड़ा झटका लगा है। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि कैसे? आइए नज़र डालते हैं।
दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) हमेशा सुर्ख़ियों में रहते हैं। पिछले कुछ दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से विवाद के बीच सुर्ख़ियों में रहे। इस वजह से उनके सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स भी रद्द कर दिए गए। अब मस्क को एक और झटका लगा है। उनकी स्पेस रिसर्च कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) का स्टारशिप-36 रॉकेट टेक्सास (Texas) के स्टारबेस (Starbase) टेस्टिंग साइट पर अचानक धमाके के साथ फट गया। धमाका भारतीय समय के अनुसार गुरुवार सुबह करीब 9:30 बजे हुआ। धमाका इतना ताकतवार था कि आसपास के मकानों की खिड़कियाँ हिल गईं। लपटें और धुआं दूर-दूर तक दिखाई दिया।
ऐसा लगा जैसे हुआ बम धमाका
धमाके के वीडियो में स्पेसएक्स के बेस में ज्वालामुखी की तरह आग की ऊंची लपटें आसमान में दिखाई दीं और राख का गुबार हज़ारों फीट इलाके में फैल गया। फायर टेस्ट के जटिल परीक्षण के ठीक पहले रॉकेट में बम जैसा धमाका हुआ और यह टुकड़े-टुकड़े हो गया।
अगली लॉन्चिंग को लगा झटका
इससे स्पेसएक्स के अगले स्टारशिप की लॉन्चिंग को तगड़ा झटका लगा है। स्टारशिप की 29 जून को होने वाली 10वीं टेस्ट फ्लाइट से पहले रॉकेट का दूसरा स्टैटिक फायर टेस्ट चल रहा था। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
इमरजेंसी प्रोटोकॉल लागू, मामले की जांच शुरू
रॉकेट में धमाके के बाद स्टारबेस टेस्टिंग साइट क्षेत्र में इमरजेंसी प्रोटोकॉल लागू कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि साइट पर मौजूद सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। धमाके के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती अनुमान के मुताबिक शायद रॉकेट में कैटेस्ट्रॉफिक फेल होने से धमाका हुआ।
यह साल स्टारशिप के लिए नहीं रहा ख़ास
इस साल स्टारशिप के परीक्षण लगातार विफल हुए हैं। सातवें, आठवें और नौवें परीक्षण में भी रॉकेट या तो उड़ान के दौरान फट गया या बेकाबू होकर क्रैश हो गया। स्पेसएक्स का स्टारशिप दुनिया का सबसे बड़ा और ताकतवर रॉकेट सिस्टम है। इसे इंसानों को चांद और मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए बनाया जा रहा है।
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