Elon Musk की टेस्ला को बड़ा झटका: मुनाफा 71% गिरा, 1 साल में शेयर में 40% की गिरावट, जानिए क्या है वजह
टेस्ला (Tesla) जो कभी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की दुनिया की सबसे बड़ी उम्मीद मानी जाती थी, अब कठिन वित्तीय दौर से गुजर रही है। Elon Musk की इस कंपनी का मुनाफा 2025 की पहली तिमाही में 71% तक गिर गया है। यही नहीं, कंपनी के शेयरों में पिछले 1 साल में लगभग 40% की गिरावट देखी गई है।
टेस्ला के ताजा नतीजे:
- Q1 2025 मुनाफा: $1.13 बिलियन → घटकर $327 मिलियन
- शेयर गिरावट: एक साल में 40%
- मार्केट वैल्यू: 300 बिलियन डॉलर से नीचे
- डिलीवरी: अनुमान से कम रही वाहन डिलीवरी
- मार्जिन: इलेक्ट्रिक कारों पर कम होता मुनाफा

आखिर टेस्ला को क्या नुकसान पहुंचा?
1. EV डिमांड में गिरावट
पिछले कुछ वर्षों में EVs की डिमांड में तेजी से इजाफा हुआ था, लेकिन 2024 के अंत से वैश्विक स्तर पर डिमांड धीमी हो गई है, खासकर अमेरिका और यूरोप में।
2. कीमतें घटाने की रणनीति
Elon Musk ने बिक्री बढ़ाने के लिए टेस्ला की कारों की कीमतें बार-बार घटाईं। इससे रेवेन्यू तो थोड़ा बढ़ा, लेकिन प्रॉफिट मार्जिन पर गहरा असर पड़ा।
3. चाइनीज EV कंपनियों से प्रतिस्पर्धा
BYD जैसी चाइनीज कंपनियों ने सस्ती और एडवांस टेक्नोलॉजी वाली कारें बाजार में उतारीं, जिससे टेस्ला की मार्केट हिस्सेदारी छीनना शुरू कर दिया।
4. साइबरट्रक और ऑटोमैटिक टेक्नोलॉजी में देरी
टेस्ला का बहुप्रतीक्षित ‘Cybertruck’ अब तक बड़े पैमाने पर नहीं आ सका। साथ ही, फुल सेल्फ ड्राइविंग टेक्नोलॉजी को लेकर भी समस्याएं चल रही हैं।
5. ग्लोबल इकोनॉमी और ब्याज दरें
महंगाई, उंची ब्याज दरें और जियोपॉलिटिकल तनाव के चलते ग्राहकों ने महंगे EV खरीदने से परहेज किया है।
Elon Musk की अगली रणनीति क्या है?
- लो-कॉस्ट टेस्ला मॉडल: अफवाहें हैं कि कंपनी $25,000 की किफायती EV लाने की तैयारी कर रही है।
- AI और रोबोटिक्स: मस्क टेस्ला को एक EV कंपनी से ज्यादा, AI और ऑटोनॉमस ड्राइविंग लीडर बनाना चाहते हैं।
- नए बाजारों पर फोकस: भारत जैसे देशों में निवेश और उत्पादन पर विचार।

निवेशकों के लिए क्या संकेत?
कारक | स्थिति |
---|---|
शेयर प्रदर्शन | नकारात्मक |
लंबी अवधि दृष्टिकोण | अनिश्चितता के साथ संभावनाएं |
डिविडेंड | नहीं मिलता |
रिस्क लेवल | हाई रिस्क, हाई रिवॉर्ड |
टेस्ला फिलहाल मंदी के दौर से गुजर रही है, लेकिन Elon Musk की भविष्य की योजनाएं और इनोवेशन इस गिरावट से कंपनी को निकाल सकते हैं। निवेशकों को चाहिए कि वे लॉन्ग टर्म पोटेंशियल और बाजार रिस्क दोनों को ध्यान में रखकर निर्णय लें।