3 करोड़ रुपये की सामग्री जब्त की
हैदराबाद। नकली इलेक्ट्रॉनिक्स पर एक बड़ी कार्रवाई में, टास्क फोर्स (केंद्रीय) टीम (Team) ने नकली एप्पल-ब्रांडेड मोबाइल एक्सेसरीज़ की अवैध बिक्री में शामिल एक रैकेट का भंडाफोड़ किया और तीन लोगों को गिरफ्तार (arrest) किया, इसके अलावा मीर आलम मंदिर में 3 करोड़ रुपये की सामग्री जब्त की। संदिग्धों की पहचान मोहम्मद शाहिद अली (48), इरफान अली (49) और संतोष राजपुरोहित (39) के रूप में हुई है।
जाली एप्पल लोगो और सुरक्षा सील के साथ पैकेजिंग करके हैदराबाद में बेचते थे
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तीनों लोग मुंबई के एजेंटों से नकली एप्पल उत्पाद खरीदते थे और उन्हें असली उत्पादों जैसा दिखने के लिए जाली एप्पल लोगो, एमआरपी स्टिकर और सुरक्षा सील के साथ पैकेजिंग करके हैदराबाद में बेचते थे। 26 जुलाई को छापेमारी के दौरान पुलिस ने कुल 2,761 नकली एप्पल उत्पाद जब्त किए, जिनमें एयरपॉड्स, घड़ियां, यूएसबी केबल, एडेप्टर आदि शामिल थे। मोहम्मद शाहिद अली मुंबई से नकली सामान खरीदकर अपने घर पर रखता था। इरफान अली वितरक का काम करता था, जबकि संतोष राजपुरोहित कोटी के गुजराती गली स्थित अपने रिटेल आउटलेट पीएम मोबाइल्स के ज़रिए सामान बेचता था।
ग्राहकों को दिया धोखा
टास्क फोर्स के डीसीपी वाईवीएस सुधींद्र ने कहा, ‘संदिग्धों ने नकली वस्तुओं को असली एप्पल सामान के रूप में बेचकर ग्राहकों को धोखा दिया, जिससे खरीदारों को वित्तीय नुकसान हुआ और ब्रांड की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।’ आगे की जांच और कानूनी कार्यवाही के लिए संदिग्धों को जब्त सामग्री के साथ मीरचौक पुलिस को सौंप दिया गया है।
सेब का पुराना नाम क्या था?
प्राचीन भाषाओं में सेब को विभिन्न नामों से जाना जाता था। संस्कृत में इसे “सेव” या “बिल्वफल” कहा जाता था। लैटिन में इसका नाम “मालम” था, जिससे बाद में अंग्रेज़ी में “एप्पल” शब्द विकसित हुआ। यह फल कई सभ्यताओं में स्वास्थ्य और सौंदर्य का प्रतीक माना गया है।
आईफोन का पुराना नाम क्या था?
आईफोन का कोई आधिकारिक पुराना नाम नहीं था क्योंकि यह 2007 में पहली बार “iPhone” नाम से ही लॉन्च हुआ था। हालांकि इसके विकास के दौरान इसे “Purple” और “M68” जैसे कोडनेम से जाना जाता था। लॉन्च से पहले इसके लिए Apple ने “iPhone” ब्रांड नाम सुरक्षित कर लिया था।
एप्पल का असली मालिक कौन था?
एप्पल कंपनी की स्थापना स्टीव जॉब्स, स्टीव वॉज़नियक और रॉन वेन ने 1976 में की थी। शुरुआत में तीनों मालिक थे, लेकिन रॉन वेन ने जल्दी ही हिस्सेदारी बेच दी। आज Apple एक सार्वजनिक कंपनी है, लेकिन ऐतिहासिक रूप से स्टीव जॉब्स को इसका मुख्य संस्थापक चेहरा माना जाता है।
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