वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के पूर्व नेता और राज्यसभा सांसद रहे विजयसाई रेड्डी (Vijayasai Reddy) एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार वजह कुछ और है।
उनके नाम से एक नकली प्रेस विज्ञप्ति सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें वाईएस जगन मोहन रेड्डी की हालिया टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया दिखाई गई थी।
क्या था नकली बयान में?
इस नकली बयान में दावा किया गया कि विजयसाई रेड्डी ने कहा,
“मैं नहीं बदलूंगा, मेरा व्यक्तित्व हमेशा ऐसा ही रहेगा। सत्ता में आने के बाद आप नहीं बदलेंगे।”
साथ ही इसमें यह भी जोड़ा गया कि
“वाईएस राजशेखर रेड्डी के परिवार से मेरा 30 साल का रिश्ता रहा है, लेकिन मैंने कभी भी प्रलोभनों के आगे घुटने नहीं टेके।”
इस बयान ने न सिर्फ पार्टी में हलचल मचा दी, बल्कि कई समर्थकों को भ्रम में भी डाल दिया।
विजयसाई रेड्डी की सफाई
सोशल मीडिया पर वायरल इस फर्जी विज्ञप्ति पर विजयसाई रेड्डी ने स्पष्ट प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (Formerly Twitter) अकाउंट से कहा:
“यह बयान मेरा नहीं है। मैं जो भी प्रेस विज्ञप्ति जारी करता हूं, वह सिर्फ़ मेरे आधिकारिक X अकाउंट के माध्यम से ही होती है। कृपया इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।”
उन्होंने मीडिया से अपील की कि इस तरह की भ्रामक सामग्री को बढ़ावा न दिया जाए और सत्य को प्राथमिकता दें।

क्या है इसके पीछे की सच्चाई?
Vijayasai Reddy: इस पूरी घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया पर गलत जानकारी कितनी तेजी से फैल सकती है। जब तक व्यक्ति स्वयं सामने आकर स्पष्टीकरण न दे, तब तक लोग ऐसी अफवाहों को सच मानने लगते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह फर्जी बयान YSRCP में अंदरूनी मतभेदों की ओर भी इशारा कर सकता है, खासकर तब जब जगन पर विजयसाई द्वारा अपनी राज्यसभा सीट “बेचने” के आरोप लगे हों।
राजनीतिक समीकरण या प्रचार की चाल?
जहां एक तरफ कुछ लोग इसे पार्टी के भीतर वास्तविक मतभेद मान रहे हैं, वहीं कुछ का कहना है कि यह राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
- क्या विजयसाई रेड्डी और जगन मोहन रेड्डी के रिश्ते में दरार आ गई है?
- या फिर यह एक प्रचार का तरीका था, जिसकी योजना फेल हो गई?
इन सवालों का जवाब तो समय ही देगा।