आदिलाबाद में खोले गए हैं कई खरीद केंद्र
आदिलाबाद। आदिलाबाद में राज्य सरकार द्वारा ज्वार की खरीद पर निर्धारित सीमा से किसान नाराज हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस साल जिले में 79,000 एकड़ में ज्वार की फसल उगाई गई है। उन्हें उम्मीद है कि जिले में करीब 2.5 लाख क्विंटल ज्वार की पैदावार होगी। सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए आदिलाबाद, जैनथ, इकोडा, बोथ, इंदरवेल्ली, नेराडिगोंडा, सिरिकोंडा और उटनूर मंडलों में खरीद केंद्र खोले हैं।
बड़े पैमाने पर ज्वार उगाने वाले किसान चिंतित
सरकार ने हाल ही में किसानों से ज्वार की खरीद की सीमा तय कर दी है। सरकार 3,371 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देकर प्रत्येक किसान से केवल 8.65 क्विंटल ज्वार खरीद रही है। बड़े पैमाने पर ज्वार उगाने वाले किसान इस मानक को लेकर चिंतित हैं।
किसानों को करना पड़ रहा असुविधा का सामना
किसानों ने मजदूरों की कमी, सिंचाई सुविधा की कमी और प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों का सामना करते हुए फसल उगाई। उन्हें प्रति एकड़ 18 क्विंटल उपज मिल रही है। जिन किसानों ने 8.65 क्विंटल से अधिक उपज दर्ज की है, उन्हें अनाज बेचने में संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खरीद पर सीमा के कारण उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
अनाज की खरीद पर सीमा लगाना अनुचित
बोथ के एक किसान शारथा नवीन ने कहा कि अनाज की खरीद पर सीमा लगाना अनुचित है, जिससे किसानों को परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि हमें रात भर जागकर खरीद केंद्रों पर भेजी गई बची हुई उपज की रखवाली करनी पड़ती है। हमारे पास निजी व्यापारियों को अनाज बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, जिससे हमें नुकसान होता है।
सरकार से किसानों ने किया अनुरोध
किसानों ने सरकार से अनुरोध किया कि बिना सीमा के अनाज खरीदा जाए और फसल उगाने में उन्हें लाभ दर्ज करने में मदद की जाए। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द सभी केंद्रों पर खरीद शुरू करने के लिए कदम उठाएं। उन्हें इस बात का अफसोस है कि वे एक सप्ताह से प्रक्रिया शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने कुछ दिन पहले प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक अधिकांश केंद्रों पर अनाज की खरीद नहीं हुई है।