उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में प्रयागराज जिले के करछना तहसील के भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है। बीते दिन पुलिस (Police) ने 10 और बवालियों को गिरफ्तार किया है। अब तक कुल 85 लोग पकड़े जा चुके हैं।
Prayagraj News: उत्तर प्रदेश में प्रयागराज (Pryagraj) जिले के करछना तहसील के भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल के मामले में पुलिस ने कड़ा कदम उठाया है। बीते दिन पुलिस ने 10 और बवालियों को गिरफ्तार किया है। अब तक कुल 85 लोग पकड़े जा चुके हैं। पुलिस अभी भी बाकी फरार आरोपियों की खोज में लगी हुई है। बवाल के दौरान बनी फोटो और वीडियो की मदद से पुलिस आरोपी बवालियों की पहचान कर रही है।
भड़ेवरा बाजार में हिंसा की शुरुआत और पुलिस की जांच
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस घटना की शुरुआत बीते रविवार को हुई थी, जब आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद के समर्थकों को इसौटा गांव जाने से रोक दिया गया। इससे नाराज होकर उनके समर्थकों ने भड़ेवरा बाजार में जमकर तोड़फोड़ की और कई वाहनों में आग लगा दी। भीड़ ने अफरा-तफरी मचा दी, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। इस मामले में भीम आर्मी के तहसील अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत कुल 54 नामजद और करीब 550 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ एसओजी और सर्विलांस टीम भी आरोपियों की पकड़ के लिए लगातार दबिश दे रही है।
चंद्रशेखर आजाद का बयान और पुलिस का सुरक्षा इंतजाम
वहीं, सांसद चंद्रशेखर आजाद ने साफ कहा है कि उपद्रव में उनके समर्थकों का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने पुलिस से कहा कि मामले की जांच करें लेकिन उनके समाज के लोगों को गलत तरीके से बदनाम ना किया जाए। उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर उनके लोगों को परेशान किया गया तो वह लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेंगे और विधानसभा व मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। फिलहाल, इस घटना के बाद पूरे इसौटा गांव और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है और इलाके में लगातार निगरानी रख रही है ताकि कोई भी फिर से माहौल खराब ना कर सके। साथ ही, बवालियों पर सख्त कार्रवाई जारी है।
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