अलीपुर, नई दिल्ली, 4 सितंबर 2025: दिल्ली (DELHI) के अलीपुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH 44) पर स्थित एक फ्लाईओवर का हिस्सा बुधवार देर रात भारी बारिश के कारण धंस गया, जिसके चलते एक बड़ा गड्ढा बन गया। इस हादसे में एक ऑटोरिक्शा गड्ढे में गिर गया, और चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल चालक को तुरंत हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस घटना ने दिल्ली के बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे का विवरण
घटना देर रात करीब 11 बजे की है, जब लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण अलीपुर के NH 44 फ्लाईओवर का एक हिस्सा अचानक धंस गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि बारिश के पानी ने फ्लाईओवर के नीचे की मिट्टी को बहा दिया, जिससे संरचना कमजोर हो गई और सड़क में दरारें पड़ गईं। इस गड्ढे में एक ऑटोरिक्शा अनियंत्रित होकर गिर गया, जिससे चालक को गंभीर चोटें आईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गड्ढा इतना गहरा था कि ऑटो पूरी तरह से उसमें समा गया। स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद राहत और बचाव कार्य शुरू हुआ। पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम ने मौके पर पहुंचकर ऑटो चालक को गड्ढे से निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
बारिश ने उजागर की दिल्ली की कमियां
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने शहर की सड़कों और बुनियादी ढांचे की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कई इलाकों में जलभराव, सड़कों पर गड्ढे, और यातायात जाम की समस्याएं सामने आई हैं।
अलीपुर का यह हादसा ऐसी ही एक बड़ी लापरवाही का परिणाम माना जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि NH 44 पर फ्लाईओवर की स्थिति पहले से ही खराब थी, और बारिश ने इसे और बिगाड़ दिया। एक स्थानीय निवासी, रमेश कुमार ने कहा, “यह फ्लाईओवर पुराना है, और इसकी मरम्मत को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया। बारिश ने तो बस इसकी असलियत सामने ला दी।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने फ्लाईओवर के आसपास के क्षेत्र को सील कर दिया और यातायात को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने घटना की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित करने की घोषणा की है। NHAI के एक अधिकारी ने बताया, “हम फ्लाईओवर की संरचनात्मक स्थिति की जांच कर रहे हैं। मरम्मत कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा।” दिल्ली सरकार ने भी इस मामले में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
हालांकि, स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों ने सरकार और NHAI पर सड़कों के रखरखाव में लापरवाही का आरोप लगाया है। विपक्षी नेता मनोज तिवारी ने कहा, “यह हादसा दिल्ली में बुनियादी ढांचे की बदहाल स्थिति का सबूत है। सरकार को तुरंत सभी पुराने फ्लाईओवरों और सड़कों की जांच करानी चाहिए।”
सोशल मीडिया पर गुस्सा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस हादसे को लेकर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई यूजर्स ने दिल्ली में सड़कों और फ्लाईओवरों की खराब स्थिति को लेकर सरकार की आलोचना की। एक यूजर ने लिखा, “हर साल बारिश में सड़कें धंसती हैं, गड्ढे बनते हैं, फिर भी कोई सबक नहीं लिया जाता। यह लापरवाही अब जानलेवा हो रही है।” एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया, “क्या दिल्ली का बुनियादी ढांचा इतना कमजोर है कि बारिश बर्दाश्त नहीं कर सकता?”
सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा दिल्ली में सड़कों और फ्लाईओवरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पुराने ढांचों की नियमित जांच और रखरखाव जरूरी है, खासकर मानसून के दौरान। NH 44 जैसे व्यस्त राजमार्गों पर इस तरह की घटनाएं यातायात और लोगों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं। पिछले कुछ महीनों में दिल्ली में सड़कों के धंसने और जलभराव की कई घटनाएं सामने आई हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर ड्रेनेज सिस्टम और सड़क रखरखाव में सुधार नहीं किया गया, तो भविष्य में और बड़े हादसे हो सकते हैं।
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