पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुवेंदु अधिकारी ने मुस्लिम विधायकों को लेकर एक नया बयान दिया है जिसके बाद राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद विधानसभा से मुस्लिम विधायकों को उठाकर बाहर फेंक देंगे। उनके इस बयान पर टीएमसी ने प्रतिक्रिया देते हुए कड़ी आपत्ति जताई है।
पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इसे लेकर सियासी पारा अभी से ही चढ़ गया है। इस बीच बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक विवादित बयान दिया है, जो सुर्खियों में आ गया है। हाल ही में उन्होंने एक बार फिर मुसलमानों को लेकर तीखा बयान दिया है।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद मुस्लिम विधायकों को ‘शारीरिक रूप से विधानसभा से बाहर फेंक देंगे’। अधिकारी के इस बयान के बाद टीएमसी ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है और इस पर कड़ी आपत्ति जताई है।
टीएमसी को बताया मुस्लिम लीग का दूसरा रूप
पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुवेंदु अधिकारी को 17 फरवरी को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था और वो अब पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित हो चुके हैं।
उन्होंने राज्य की ममता सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि यह सरकार सांप्रदायिक प्रशासन चला रही है औरउन्होंने इसे मुस्लिम लीग का दूसरा रूप भी करार दिया था। उन्होंने कहा, बंगाल की जनता इस बार इस सरकार को उखाड़ फेकेंगी।
टीएमसी ने दी प्रतिक्रिया
सुवेंदु अधिकारी के विवादित बयान के बाद ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उनके भाषण को ‘नफरती’ बताया है। इतना ही नहीं, टीएमसी ने सुवेंदु अधिकारी की दिमागी हालत पर भी सवाल उठाए हैं।
पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “किसी भी निर्वाचित प्रतिनिधि को अपने साधी विधायकों के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। संसद में बहस और तर्क-वितर्क हो सकते हैं, लेकिन धर्म का मुद्दा उठाकर किसी विशेष समुदाय के विधायकों को निशाना बनाना संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है।”
सुवेंदु पहले भी दे चुके हैं इस तरह के बयान
यह पहली बार नहीं है कि सुवेंदु अधिकारी ने इस तरह का बयान दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन के बाद भी उन्होंने ऐसा बयान दिया था, जिससे उनकी पार्टी में असहजता फैल गई थी। उन्होंने पार्टी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे को खारिज करते हुए कहा था कि ‘जो हमारे साथ, हम उनके साथ’ हैं।