G20 Sherpa पद से इस्तीफा, शुरू करेंगे नया सफर: अमिताभ कांत 45 साल की सरकारी सेवा के बाद जी20 शेरपा पद से अध्यक्षक का अलविदा
G20 Sherpa और पूर्व NITI Aayog CEO अमिताभ कांत ने जी-20 शेरपा पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा उनके 45 साल की सरकारी सेवा और तीन साल शेरपा के रूप में सेवा देने के बाद आया है।
उन्होंने क्या कहा अपने इस्तीफे पर?
LinkedIn और X पर अपने पोस्ट “My New Journey” में उन्होंने लिखा:
“After 45 years of dedicated government service, I have made the decision to embrace new opportunities and begin a new chapter…”
इसमें उन्होंने पीएम मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री जयशंकर को विशेष धन्यवाद दिया।

G20 शेरपा के रूप में योगदान
- जुलाई 2022 से जून 2025 तक G20 शेरपा रहे।
- भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान New Delhi Leaders’ Declaration पर सर्वसम्मति कराई।
- अफ्रीकी संघ को G20 में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अब आगे क्या करेंगे?
अमिताभ कांत ने स्पष्ट किया कि अब उनका ध्यान रहेगा:
- स्टार्टअप्स, थिंक टैंक, और अकादमिक संस्थानों को समर्थन देने पर ।
- देश के ‘Viksit Bharat’ लक्ष्य में योगदान देना।

कांस की सेवाओं की झलक
उनका 45 साल का करियर इस प्रकार का रहा है
- केरल में देशी अभियान और Calicut Airport के विकास में योगदान
- पर्यटन मंत्रालय में ‘Incredible India’ और ‘Atithi Devo Bhava’ अभियानों की शुरुआत
- DIPP में “Make in India”, “Startup India” और ‘Ease of Doing Business’ रणनीतियों की अगुवाई
- NITI Aayog में Aspirational Districts Programme, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, Green Hydrogen मिशन जैसी पहलों में नेतृत्व
G20 Sherpa पद से अमिताभ कांत का इस्तीफा एक युग के समापन का संकेत है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यह एक नई शुरुआत है—जहां वह स्टार्टअप, नीति और विचार संस्थानों को मार्गदर्शन देंगे। उनके अनुभव और दूरदर्शिता से भारत की अगली पीढ़ी को लाभ होगा, और यह देश की परिवर्तनकारी यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।