एक अन्य घायल
बंदलागुडा इलाके में सोमवार को आधी रात के बाद भगवान गणेश (Ganesh) की मूर्ति ले जा रहे एक वाहन के हाईटेंशन लाइन (hightension line) की चपेट में आने से दो लोगों की कथित तौर पर करंट लगने से मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। बंदलागुडा पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना रात करीब एक बजे एक होटल के पास हुई, जब कुछ लोग मूर्ति को स्थापना के लिए एक वाहन में ले जा रहे थे।
मूर्ति को स्थापना के लिये ले जा रहा था वाहन
बंदलागुडा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना एक होटल के पास रात करीब एक बजे हुई जब एक समूह वाहन में मूर्ति को स्थापना के लिये ले जा रहा था। पुलिस ने बताया कि घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया और मामले की जांच की जा रही है।

भगवान गणेश की मूर्ति ले जाते समय दो लोगों की करंट लगने से मौत
पुलिस ने बताया कि ऐसी ही एक घटना में रविवार आधी रात को श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर निकली शोभायात्रा में एक बग्घी के बिजली के तारों के संपर्क में आने से करंट लगने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में चार लोग घायल हो गये थे।
भगवान गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहाँ गया था
प्राचीन कथा के अनुसार, माता पार्वती द्वारा बनाए गए गणेश जी का मस्तक भगवान शिव ने क्रोधवश काट दिया था। उसके बाद उनका असली मस्तक गंगा में प्रवाहित कर दिया गया। फिर देवताओं के कहने पर शिवजी ने हाथी का मस्तक लगाकर गणेश जी को पुनः जीवन प्रदान किया।
कलयुग में गणेश जी का अवतार क्या होगा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कलयुग में गणेश जी का अवतार “धूम्रकेतु” नाम से होगा। ऐसा माना जाता है कि वे कलयुग में अधर्म और पाप का नाश करने के लिए प्रकट होंगे। इस अवतार में वे श्वेत वर्ण के और अपने साथ धर्म की रक्षा का संकल्प लेकर प्रकट होंगे।
गणेश जी के पूर्व जन्म में कौन थे
किंवदंतियों के अनुसार गणेश जी का पूर्व जन्म में कोई अलग स्वरूप नहीं था, बल्कि वे माता पार्वती की इच्छाशक्ति से उत्पन्न हुए। कुछ पुराणों में उल्लेख है कि गणेश जी महादेव और पार्वती के अंश से जन्मे थे। उन्हें प्रथम देवता और विघ्नहर्ता का स्थान इसी कारण प्राप्त हुआ।
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