गाजावासियों ने पहली बार हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है। लाखों लोग सड़कों पर उतरकर हमास हटाने और युद्ध समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। इजरायल और हमास के बीच जारी डेढ़ साल से अधिक पुराने युद्ध में अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।सीजफायर टूटने के बाद इजरायली सेना ने पिछले 10 दिनों से उत्तरी और दक्षिणी गाजा पर भारी बमबारी की, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए। इस तबाही के बीच गाजावासियों ने पहली बार युद्ध और हमास दोनों के खिलाफ आवाज उठाई है। प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर और बैनर के साथ “हमें न युद्ध चाहिए, न हमास” के नारे लगाए।गाजा के बेत लाहिया में हुए विशाल प्रदर्शन के फुटेज में लोगों को हमास शासन समाप्त करने और गाजा पट्टी से आतंकियों को हटाने की मांग करते देखा जा सकता है।
गाजा में हमास और युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन
सफेद झंडे लहराते हुए फिलिस्तीनी सड़कों पर उतर आए और युद्ध तथा हमास शासन दोनों को समाप्त करने की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने न केवल हमास बल्कि अल-जजीरा के खिलाफ भी नारेबाजी की। भीड़ ने जोर से चिल्लाते हुए कहा, “लोग युद्ध नहीं चाहते, लोग हमास नहीं चाहते।”हालांकि, हमास ने हमेशा की तरह इस विरोध को बलपूर्वक दबाने की कोशिश की और प्रदर्शनकारियों को जबरन हटा दिया। इसके बावजूद कुछ लोगों ने पत्थर फेंककर हमास के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर किया।
इजरायल-हमास युद्ध: 7 अक्टूबर हमले से बढ़ा संघर्ष
गाजा और वेस्ट बैंक को लेकर इजरायल और फिलिस्तीन के बीच दशकों से तनाव जारी है। हालिया युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले से हुई, जिसमें 1200 इजरायली मारे गए और 238 लोगों को बंधक बना लिया गया। इसके जवाब में इजरायल ने हमास के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया, जो अब तक जारी है।इस युद्ध में अब तक 50 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें हमास के टॉप लीडर इस्माइल हमानिया, याह्या सिनवार और हजारों आतंकी भी शामिल हैं। 19 जनवरी 2025 को दोनों पक्षों के बीच युद्धविराम समझौता हुआ था, लेकिन मार्च के पहले हफ्ते में यह समझौता बंधकों की रिहाई पर सहमति न बनने के कारण टूट गया। इसके बाद इजरायली सेना ने गाजा पर दोबारा हमला तेज कर दिया।