शुल्क एकत्र करने की जिम्मेदारी सर्कल डिप्टी कमिश्नरों की
हैदराबाद। जीएचएमसी आयुक्त (GHMC Commissioner) आरवी कर्णन ने कहा कि गैर-आवासीय संपत्ति और व्यापार लाइसेंस प्रमाण पत्र जारी करने के साथ-साथ शुल्क एकत्र करने की जिम्मेदारी सर्कल डिप्टी कमिश्नरों (deputy commissioners) की है। अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में, कर्णन ने कहा कि शहर में 3.50 लाख गैर-आवासीय संपत्तियाँ हैं और सभी को ट्रेड लाइसेंस प्रमाणपत्र जारी किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जोनल कमिश्नरों को अपने अधिकार क्षेत्र में गैर-आवासीय संपत्तियों की संख्या, ट्रेड लाइसेंस जारी करने में प्रगति और कर संग्रह का विवरण हर हफ्ते उपलब्ध कराना चाहिए। गैर-आवासीय संपत्ति मालिकों से कहा गया कि वे ट्रेड लाइसेंस अवश्य प्राप्त करें। अधिकारियों को यह भी बताया गया कि पिछले वर्ष जुलाई में संपत्ति कर के लक्ष्य की प्राप्ति के अनुरूप, इस माह भी कर वसूली की जाए।
जीएचएमसी क्या है?
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) हैदराबाद शहर का शहरी स्थानीय निकाय है। इसका कार्य शहर की सफाई, जल आपूर्ति, सड़कों का रखरखाव, भवन अनुज्ञा, सार्वजनिक स्वास्थ्य और बुनियादी सेवाएं सुनिश्चित करना है। यह नगर प्रशासन और शहरी विकास विभाग के अंतर्गत कार्य करता है।
जीएचएमसी का इतिहास क्या है?
इस संस्था की शुरुआत 1869 में “हैदराबाद नगर पालिका” के रूप में हुई थी। वर्ष 2007 में आसपास की 12 नगरपालिकाओं और 8 पंचायतों को मिलाकर इसे GHMC का नाम दिया गया। इसका गठन एकीकृत शहरी प्रबंधन और हैदराबाद के समुचित विकास को ध्यान में रखकर किया गया था।
हैदराबाद का इतिहास क्या है?
गोलकुंडा सल्तनत के शासक मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने 1591 में हैदराबाद की स्थापना की थी। यह शहर पहले चारमीनार और कुतुब शाही वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हुआ। बाद में यह निजामों की राजधानी बना। ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और तकनीकी दृष्टि से यह भारत का एक प्रमुख महानगर बन चुका है।
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