जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जाएंगे आवश्यक कदम
हैदराबाद: भारी बारिश के मद्देनजर, जीएचएमसी (GHMC) ने शहर के भीतर जीर्ण-शीर्ण संरचनाओं के बारे में नागरिकों को चेतावनी जारी की है। अधिकारियों के अनुसार, 358 इमारतों की पहचान जीर्ण-शीर्ण अवस्था में की गई है। निवासियों को इन इमारतों के अंदर और आसपास सावधानी बरतने की सलाह दी गई है और GHMC अधिकारियों ने कहा है कि इस समस्या के समाधान और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। जीएचएमसी आयुक्त आरवी कर्णन ने सभी अधिकारियों को सतर्क रहने और जर्जर संरचनाओं और तहखानों की खुदाई पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से जर्जर संरचनाओं और तहखानों की खुदाई की दोबारा जाँच करने और तुरंत कार्रवाई करने को कहा है।
327 पर की जा चुकी है कार्रवाई
685 जीर्ण-शीर्ण संरचनाओं में से 327 पर कार्रवाई की जा चुकी है, जबकि शेष 358 पर अनुवर्ती कार्रवाई लंबित है। जीएचएमसी ने पहले ही नोटिस जारी कर दिए हैं, संरचनाओं की स्थिरता सुनिश्चित कर ली है, और मालिकों को परिसर खाली करने के लिए परामर्श दे दिया है। तहखानों की खुदाई के संबंध में, जीएचएमसी अधिकारियों ने 154 खुदाई स्थलों की पहचान की है। 61 स्थलों पर रिटेनिंग वॉल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, और शेष 93 स्थलों पर रिटेनिंग वॉल का निर्माण कार्य चल रहा है।
52 अनधिकृत तहखानों के खिलाफ नोटिस जारी
जीएचएमसी ने 52 अनधिकृत तहखानों के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जीएचएमसी महत्वपूर्ण जीर्ण-शीर्ण संरचनाओं पर भी नज़र रख रही है तथा संपत्ति मालिकों को उन्हें खाली करने के लिए परामर्श दे रही है। अगले दो दिनों तक भारी बारिश को देखते हुए जीएचएमसी ने नगर नियोजन अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया है।

इमारतों को क्या कहते हैं?
भवन या संरचना वह स्थायी निर्माण होता है जिसे मनुष्य आवास, कार्य, भंडारण या अन्य उपयोग के लिए बनाते हैं। ये विभिन्न प्रकार की सामग्री जैसे ईंट, पत्थर, कंक्रीट, लकड़ी आदि से निर्मित होते हैं और इनकी डिज़ाइन कार्य और सौंदर्य के अनुसार भिन्न होती है।
भारत की सबसे बड़ी इमारत कौन सी है?
मुंबई में स्थित ‘पैलेस ऑफ द पैसिफिक’ और आवासीय गगनचुंबी इमारत एंटीलिया अपने आकार और सुविधाओं के कारण प्रसिद्ध है। हालांकि ऊंचाई के मामले में पाम टॉवर और अन्य वाणिज्यिक भवन भी बड़े हैं, पर एंटीलिया भारत में सबसे अधिक चर्चित और विशाल निजी इमारत है।
इमारतों का निर्माण कब हुआ था?
मानव सभ्यता के आरंभिक काल में ही इमारतों का निर्माण शुरू हो गया था। सबसे पुराने स्थायी निर्माण नवपाषाण युग, लगभग 10,000 वर्ष पूर्व के माने जाते हैं, जब मनुष्य ने गुफाओं से निकलकर मिट्टी, लकड़ी और पत्थर के घर बनाना शुरू किया था।
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