वाइन खपत में गिरावट: इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ वाइन एंड वाइन (OIV) ने अपनी नूतन प्रतिवेदन में बताया है कि 2024 में वैश्विक वाइन भस्म 3.3% गिरकर 214.2 मिलियन हेक्टोलीटर रह गई है। यह गिरावट वाइन इंडस्ट्री के लिए तनाव का मुद्दा बन चुकी है।
वाइन खपत में गिरावट: क्यों घट रही है वाइन की भस्म?
OIV के विवेचक जियोर्जियो डेलग्रोसो ने बताया कि वाइन इंडस्ट्री एक “भयंकर तूफान” का सामना कर रही है। प्रमुख कारणों में स्वास्थ्य रिश्तेदार समझदार, आर्थिक मंदी और वाइन की मूल्य में तेजी भागीदार है।

OIV ने खुलासा किया कि 2019-20 की तुलना में वाइन की मूल्य में करीब 30% की वृद्धि हुई है। इसके चलते उपभोक्ता अब वाइन खरीदने से बच रहे हैं, और इसी कारण कुल खपत में लगभग 12% की न्यूनता देखी गई है।
आर्थिक मंदी और वैश्विक तनाव ने घटाई वाइन की मांग
OIV की प्रतिवेदन के मुताबिक, अल्पकालिक आर्थिक संकट—जैसे कि बढ़ती महंगाई, कमी क्रय शक्ति और बेरोज़गारी—ने उपभोक्ताओं की वाइन खरीदने की सामर्थ्य पर सीधा असर डाला है। इसके साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू-राजनीतिक चिंता ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और बाजार की स्थिरता को प्रभावित किया है। इन दोनों फैक्टर्स की वजह से वाइन की भस्म में अत्यंत ह्रास देखी जा रही है।
पर्यावरणीय चुनौतियां और उत्पादन संकट
कुछ देशों में अत्यधिक वर्षा और अन्य क्षेत्रों में सूखे जैसी चरम मौसम स्थितियों के कारण वाइन उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। इससे सप्लाई चेन पर असर पड़ा और मूल्य में और बढ़ोत्तरी हुआ।