गोरखपुर, 17 सितंबर 2025 (न्यूज डेस्क): उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में NEET की तैयारी कर रहे 19 वर्षीय छात्र दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। पशु तस्करी के इस कांड के मुख्य आरोपी और कुख्यात तस्कर अब्दुल रहीम (उम्र 32 वर्ष) को आज दोपहर कुशीनगर जिले के रामकोला रोड पर एनकाउंटर में घायल कर गिरफ्तार कर लिया गया।
रहीम नेपाल की सीमा की ओर भाग रहा था, जब पुलिस ने उसे घेर लिया। जवाबी फायरिंग में उसके दोनों पैरों में गोली लग गई, और अब वह अस्पताल में उपचाराधीन है।
एनकाउंटर की पूरी कहानी
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि रहीम नेपाल फरार होने की फिराक में है। गोरखपुर SSP डॉ. विनीत जायसवाल के नेतृत्व में गठित स्पेशल टीम ने रामकोला क्षेत्र में नाकेबंदी की। दोपहर करीब 2 बजे रहीम को देखते ही वह भागा और अपनी पिस्टल से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। सेल्फ-डिफेंस में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें रहीम के दाहिने और बाएं पैर में गोली लग गई।
घायल हालत में उसे कंधे पर लादकर पुलिस ने गिरफ्तार किया। SSP ने बताया, “रहीम के पास से एक 32 बोर की देशी पिस्टल और 5 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। वह बलरामपुर, बस्ती और सिद्धार्थनगर में कई पशु तस्करी के मामलों का आरोपी है।
“हत्याकांड का फ्लैशबैक
यह घटना 15 सितंबर की रात महुआ छपरा गांव में हुई थी। पशु तस्कर तीन गाड़ियों (दो डीसीएम और एक पिकअप) में मवेशी चुराने आए थे। ग्रामीणों के शोर मचाने पर दीपक गुप्ता घर से बाहर निकला और तस्करों का पीछा किया। तस्करों ने उसे जबरन एक डीसीएम में बिठा लिया, करीब एक घंटे तक घुमाया, फिर उसके मुंह में गोली मार दी। शव को 4 किमी दूर जंगल में फेंक दिया गया, जहां सिर कुचला हुआ और खून से लथपथ मिला।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि हुई, जो शुरुआती पुलिस बयान (सिर में चोट से मौत) को गलत साबित करती है।
दीपक एक साधारण किसान परिवार से था। उसके पिता रामचंद्र गुप्ता मजदूरी करते हैं। मां सुनीता देवी ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा डॉक्टर बनना चाहता था। इन दरिंदों ने उसका सपना चूर कर दिया। सख्त सजा दो, वरना हम न्याय के लिए सड़कों पर उतरेंगे।”अब तक की गिरफ्तारियां और बाकी फरारपुलिस ने अब तक कुल 4 आरोपियों को दबोचा है। यहां है अपडेटेड लिस्ट:
आरोपी का नाम | भूमिका | गिरफ्तारी का विवरण |
---|---|---|
अजब हुसैन | मुख्य तस्कर, ग्रामीणों ने पकड़ा | 16 सितंबर, ग्रामीणों द्वारा पिटाई के बाद हिरासत; घायल |
छोटू (रमजान) | सहयोगी तस्कर | 16 सितंबर, सामान्य गिरफ्तारी |
राजू (शकील) | सहयोगी तस्कर | 17 सितंबर सुबह, छापेमारी में पकड़ा |
रहीम | मुख्य आरोपी, शूटर | 17 सितंबर दोपहर, एनकाउंटर में घायल |
SSP जायसवाल ने कहा, “दो अन्य फरार तस्करों की तलाश तेज है। पूरे गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल ही निर्देश दिए थे कि दोषियों को बख्शा न जाए।

प्रोटेस्ट का बाद का असर
हत्या के अगले दिन (16 सितंबर) ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच रोड जाम कर दिया था। पुलिस पर पथराव हुआ, एसपी राजकरण नायर घायल हो गए। आगजनी और बवाल के बाद SSP ने परिजनों से बात कर शांत किया। अब इलाके में शांति है, लेकिन ग्रामीण सतर्क हैं। विश्व हिंदू परिषद ने एनकाउंटर की सराहना की है।यह मामला न सिर्फ पशु तस्करी की समस्या को उजागर करता है, बल्कि ग्रामीण सुरक्षा पर सवाल भी खड़े करता है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही पूरा केस सॉल्व हो जाएगा।
दीपक गुप्ता के चाचा सुरेंद्र गुप्ता ने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि हफ्ते भर में अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो इलाके के लोग बड़ा प्रदर्शन करते हुए पिपराइच थाना जला देंगे. उन्होंने कहा कि सिर्फ चौकी को सस्पेंड करके प्रशासन ने खानापूर्ति की है, जबकि दोषी पूरा थाना है. ऐसे में पशु तस्करों की गिरफ्तारी के अलावा उनका एनकाउंटर और पिपराइच थाने पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सीएम योगी आदित्यनाथ उनके घर आएं.
सुरेंद्र गुप्ता का कहना है कि वो सीएम से मिलने नहीं जायेंगे, सीएम को उनके घर आना होगा. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी ने सुरक्षा के लिए एक रिवाल्वर का लाइसेंस तत्काल जारी कर दिया है. सुरेंद्र गुप्ता का ये भी दावा है कि प्रशासन ने उन्हें बताया है कि अबतक कुल 7 आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है और आठ अभी भी फरार हैं. उन्होंने कहा कि अबतक जो कार्रवाई हुई है वो नाकाफी है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने एक परिजन को सरकारी नौजरी और एक करोड़ रुपए की आर्थिक मदद देने की मांग स्वीकार की है.
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