सिंगुर बांध के लिए खतरे की चेतावनी जारी
हैदराबाद: बीआरएस (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव (KTR) ने कांग्रेस सरकार पर कालेश्वरम परियोजना की जानबूझकर उपेक्षा करने का आरोप लगाया, जबकि अन्य प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं में तत्काल सुरक्षा चिंताओं को कम करके आंका। उन्होंने बताया कि हाल ही में जुराला परियोजना, मंजीरा बैराज और सिंगुर बांध के लिए खतरे की चेतावनी जारी की गई है, फिर भी सरकार बेफिक्र दिखाई देती है।
कालेश्वरम परियोजना को गलत रूप में चित्रित करना गलत
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और भाजपा दोनों नेता कालेश्वरम परियोजना के खिलाफ कीचड़ उछालते हैं, लेकिन अन्य परियोजनाओं की मरम्मत को कम महत्व देते हैं।’ बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने भाजपा और कांग्रेस के पाखंड की आलोचना करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां अन्य परियोजनाओं के लिए बड़ी मरम्मत को उचित ठहरा रही हैं, लेकिन मेदिगड्डा बैराज के केवल दो क्षतिग्रस्त स्तंभों को उजागर करके कालेश्वरम परियोजना की निंदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि सभी परियोजनाओं के लिए मरम्मत एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इन पार्टियों की ओर से कालेश्वरम परियोजना को गलत रूप में चित्रित करना गलत था।

क्या वे उनकी भी अनदेखी करेंगे?
मेदिगड्डा बैराज के क्षतिग्रस्त खंभों की मरम्मत में सरकार की निष्क्रियता का हवाला देते हुए उन्होंने पूछा, ‘राष्ट्रीय बांध सुरक्षा प्राधिकरण (एनडीएसए) द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद भी मरम्मत कार्य शुरू किए बिना सरकार जुराला परियोजना, मंजीरा बैराज या सिंगूर बांध की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकती है? क्या वे उनकी भी अनदेखी करेंगे?’ उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं की युद्ध स्तर पर मरम्मत की जानी चाहिए और तेलंगाना के चार करोड़ लोगों के हित में उनकी सुरक्षा की जानी चाहिए।
कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना क्या है?
यह तेलंगाना राज्य की एक महत्वाकांक्षी बहुउद्देशीय परियोजना है, जो गोदावरी नदी के जल को विभिन्न जिलों में पहुंचाकर कृषि, पेयजल और औद्योगिक जरूरतें पूरी करती है। इस परियोजना में विशाल पंप हाउस, पाइपलाइन और जलाशय शामिल हैं, जिससे सूखे क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा मिलती है।
विश्व की सबसे बड़ी लिफ्ट सिंचाई परियोजना विकी कौन सी है?
तेलंगाना की कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना को वर्तमान में विश्व