सतर्क रहने और ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेशों का शिकार न होने का आग्रह
हैदराबाद । रक्षा मंत्रालय ने आगाह किया है कि व्हाट्सएप पर एक भ्रामक संदेश प्रसारित किया जा रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के लिए दान मांगने के लिए एक बैंक खाता खोला है। रविवार को जारी एक बयान में मंत्रालय ने इस संदेश का खंडन किया और लोगों से “सतर्क रहने और ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेशों का शिकार न होने” का आग्रह किया।
व्हाट्सएप पर एक भ्रामक संदेश चल रहा है
बयान में कहा गया है कि व्हाट्सएप पर एक भ्रामक संदेश चल रहा है, जिसमें भारतीय सेना के आधुनिकीकरण और युद्ध में घायल या शहीद हुए सैनिकों के लिए एक विशेष बैंक खाते में दान देने की बात कही गई है। सोशल मीडिया पर प्रसारित संदेश में कहा गया है कि कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दे दी है और पोस्ट में अभिनेता अक्षय कुमार का नाम भी शामिल है, जिसमें कहा गया है कि वह भारतीय सेना को प्रतिदिन एक रुपया दान करने के विचार के पीछे के मास्टरमाइंड हैं।

संदेश में दिए गए खाते के विवरण गलत हैं …
मंत्रालय ने कहा कि उक्त संदेश में दिए गए खाते के विवरण गलत हैं, जिसके कारण ऑनलाइन दान अस्वीकृत हो रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने ‘सक्रिय युद्ध अभियानों के दौरान शहीद या विकलांग हुए सैनिकों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं।’ बयान में कहा गया कि वर्ष 2020 में सरकार ने ‘सशस्त्र बल युद्ध हताहत कल्याण कोष’ की स्थापना की, जिसका उपयोग उन सैनिकों/नाविकों/वायुसैनिकों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए किया जाता है, जो सक्रिय सैन्य अभियानों में अपनी जान गंवा देते हैं या गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। भारतीय सेना, रक्षा मंत्रालय के भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग की ओर से इस कोष के लिए खाते रखती है। सशस्त्र सेना युद्ध हताहत कल्याण कोष के खाते में सीधे योगदान दिया जा सकता है।