उन पर नज़र रखने की बना रही है योजना
हैदराबाद। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) अधिकारी चोरों और सेंधमारों की गतिविधियों पर निगरानी रखने की योजना बना रहे हैं, जिन्हें पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन रिहा होने के बाद वे अपराध कर रहे हैं। वरिष्ठ जीआरपी अधिकारियों के निर्देश के आधार पर, कर्मचारी जेल (Jail) में बंद रिमांड कैदियों और जमानत पर रिहा हुए कैदियों की पहचान करने के लिए पहले ही काम पर लग गए हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले पाँच वर्षों में सिकंदराबाद (Secunderabad) ज़िले में चोरी और डकैती के आरोप में 149 चेन स्नैचर और 694 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ जेल में हैं, जबकि कुछ ज़मानत पर रिहा हो गए हैं, जिससे पुलिस के लिए उनकी गतिविधियों पर नज़र रखना मुश्किल हो गया है।
12 रेलवे पुलिस स्टेशन और 17 चौकियाँ
सिकंदराबाद ज़िले में 12 रेलवे पुलिस स्टेशन और 17 चौकियाँ हैं। हाल ही में, ट्रेनों से यात्रियों के मोबाइल फ़ोन और सामान गायब होने की घटनाएँ रेलवे अधिकारियों के लिए चिंता का विषय रही हैं। डिब्बों में घुसकर कीमती सामान चुराने की घटनाएँ भी अक्सर सामने आती रही हैं। सिकंदराबाद, काचीगुडा, हैदराबाद (नामपल्ली) और चेरलापल्ली रेलवे स्टेशनों पर चोरी के मामले अधिक दर्ज किये जा रहे हैं। ‘रोज़ाना सैकड़ों ट्रेनें और लाखों यात्री सफ़र करते हैं।
ऐसी भीड़ का फ़ायदा उठाकर चोर यात्रियों की लापरवाही का फ़ायदा उठाकर अपनी चालाकी दिखा रहे हैं।’ एक रेलवे अधिकारी ने कहा, ‘वे नकदी और आभूषण लेकर कुछ ही सेकंड में गायब हो जाते हैं।’ ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिनमें मध्य रात्रि और तड़के गहरी नींद में सो रहे यात्रियों के आभूषण लूट लिए जाते हैं। इस बीच, बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की कमी के कारण संदिग्धों की पहचान करना और उन्हें गिरफ्तार करना एक चुनौती बन गया है।

रेलवे पुलिस का मुखिया कौन है?
GRP का मुखिया संबंधित राज्य का पुलिस महानिदेशक (DGP) होता है, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का मुखिया महानिदेशक, रेलवे सुरक्षा बल (DG, RPF) होता है। वर्तमान में 2025 में RPF के महानिदेशक पुनीत चंद्रा हैं।
रेलवे पुलिस क्या होती है?
दो प्रकार की होती है: GRP (Government Railway Police) जो राज्य पुलिस का हिस्सा होती है, और RPF (Railway Protection Force) जो केंद्र सरकार के अधीन होती है। GRP कानून व्यवस्था देखती है जबकि RPF संपत्ति सुरक्षा का कार्य करती है।
जीआरपी का गठन कब हुआ था?
GRP का गठन 1861 में भारतीय पुलिस अधिनियम के अंतर्गत किया गया था। इसका उद्देश्य रेलवे परिसर में अपराधों की रोकथाम, कानून व्यवस्था बनाए रखना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह राज्य सरकार के अधीन कार्य करती है।
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