International : व्हाट्सएप यूजर्स के लिए सरकार का हाई-रिस्क अलर्ट

By Anuj Kumar | Updated: September 6, 2025 • 11:29 AM

सैन फ्रांसिस्कों । भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी (Cyber Sequrity Agency) सीईआरटी-इन ने व्हाट्सएप यूजर्स के लिए एक हाई-रिस्क सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की है। एजेंसी ने कहा है कि अगर ऐप को अपडेट नहीं किया गया तो यूजर्स का डाटा खतरे में पड़ सकता है।

आईओएस और मेकओएस वर्जन सबसे ज्यादा प्रभावित

सीईआरटी-इन ने बताया कि व्हाट्सएप के आईओएस (IOS) और मेकओएस वर्जन में एक गंभीर खामी पाई गई है। यह खामी लिंक्ड डिवाइस हैंडलिंग से जुड़ी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक अगर कोई अटैकर इस कमजोरी का फायदा उठाता है तो वह यूजर्स को फेक या मालिशियस लिंक पर क्लिक करवाकर उनके प्राइवेट चैट्स और संवेदनशील डाटा तक पहुंच सकता है।

किन वर्जन्स पर सबसे बड़ा खतरा

व्हाट्सएप फॉर आईओएस, व्हाट्सएप बिजनेस फॉर आईओएस, और व्हाट्सएप फॉर मेक इन वर्जन्स का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को सबसे ज्यादा खतरा है।

तुरंत अपडेट करने की सलाह

सीईआरटी-इन ने सलाह दी है कि सभी यूजर्स तुरंत अपने ऐप को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करें। एजेंसी ने यह भी बताया कि यह कमजोरी खतरनाक है, लेकिन अगर इसे एप्पल के एक दूसरे बग के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया गया तो अटैकर्स और ज्यादा पावरफुल हो सकते हैं।

मेटा की ओर से अभी बयान नहीं

फिलहाल व्हाट्सएप की पेरेंट कंपनी मेटा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि कंपनी आमतौर पर सिक्योरिटी से जुड़ी दिक्कतों को फटाफट पैच कर देती है।

करोड़ों भारतीय यूजर्स पर असर

व्हाट्सएप भारत में करोड़ों यूजर्स का फेवरेट मैसेजिंग ऐप है। ऐसे में यह सिक्योरिटी से जुड़ी खामी बड़े पैमाने पर यूजर्स को प्रभावित कर सकती है। चेतावनी को हल्के में ना लें और तुरंत ऐप अपडेट करें, वरना आपके चैट्स और पर्सनल डाटा खतरे में पड़ सकते हैं


भारत में WhatsApp कब आया था?

AI Overview

भारत में व्हाट्सएप की शुरुआत 2009 में हुई थी, जब यह ऐप पहली बार आईफोन और एंड्रॉइड यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया था। 2009 के बाद के वर्षों में इसने भारत में तेजी से लोकप्रियता हासिल की और आज यह देश में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मैसेजिंग ऐप्स में से एक है। 

व्हाट्सएप का इतिहास क्या है?

व्हाट्सएप का इतिहास 2009 में याहू के पूर्व कर्मचारियों ब्रायन एक्टन और जान कौम द्वारा शुरू किया गया था, जब कौम ने आईफोन खरीदा और ऐप स्टोर में अपार संभावनाएँ देखीं। यह एक क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म इंस्टेंट मैसेजिंग सेवा है जिसने इंटरनेट का उपयोग करके संदेश, चित्र, वीडियो और ऑडियो साझा करने के लिए एसएमएस का एक सस्ता विकल्प प्रदान किया।

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