हैदराबाद। राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने बुधवार को राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में यूपीएससी सिविल सेवा और भारतीय वन सेवा परीक्षा-2024 में दो तेलुगु राज्यों के सफल उम्मीदवारों को सम्मानित किया। सफल होने वालों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने उनकी सफलता को अनुशासन, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता का परिणाम बताया।
उन्हें बताया सार्वजनिक सेवा के पथप्रदर्शक : राज्यपाल
उन्होंने उन्हें सार्वजनिक सेवा के पथप्रदर्शक बताया और उनसे विनम्रता, निष्ठा और करुणा के साथ सेवा करने का आग्रह किया। “आप केवल प्रतीक्षारत अधिकारी नहीं हैं, बल्कि भारत के भविष्य के निर्माता हैं।,” राज्यपाल ने तेलुगु राज्यों के सिविल सेवकों की विरासत की भी सराहना की और उम्मीदवारों की सफलता में परिवारों और गुरुओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव एम. दाना किशोर सहित वरिष्ठ अधिकारी, संकाय सदस्य एवं परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
आईएएस अधिकारियों के प्रशिक्षण के तहत सहायक कलेक्टरों के साथ बातचीत की
तेलंगाना के राज्यपाल, जिष्णु देव वर्मा ने राजभवन में तेलंगाना को आवंटित 2024 बैच के आईएएस अधिकारियों के प्रशिक्षण के तहत सहायक कलेक्टरों के साथ बातचीत की। लोगों से जुड़े रहने का आग्रह करते हुए, राज्यपाल ने पहुंच और जमीनी स्तर पर जुड़ाव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “यात्रा करें, लोगों से मिलें, उनकी चिंताओं को समझें – यही सार्वजनिक सेवा का सार है।” अधिकारियों को बधाई देते हुए, उन्होंने कहा कि तेलंगाना नवाचार और विकास में सार्थक योगदान के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है।

एमसीआरएचआरडीआई की उपाध्यक्ष और महानिदेशक श्रीमती शांति कुमारी, आईएएस (सेवानिवृत्त), और पाठ्यक्रम निदेशक डॉ. के. उषा रानी प्रशिक्षुओं के साथ थीं, जिनमें सौरभ शर्मा, सुश्री सलोनी छाबड़ा, हर्ष चौधरी, सुश्री कैरोलिन चिंगथियानमावी और कोय्याडा प्रणय कुमार शामिल थे। राज्यपाल के प्रधान सचिव एम. दाना किशोर ने उन्हें राजभवन की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी
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