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Grandmother NEET Dream: काकिनाडा में 72 वर्षीय दादी ने रचा इतिहास

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Grandmother NEET Dream: काकिनाडा में 72 वर्षीय दादी ने रचा इतिहास

Grandmother NEET Dream 72 वर्षीय काकिनाडा की दादी ने रचा इतिहास

काकिनाडा की एक Grandmother’s NEET Dream ने समाज को यह सिखाया कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। 72 वर्षीय इस दादी ने NEET परीक्षा देकर यह साबित कर दिया कि अगर इच्छा शक्ति मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं

Grandmother NEET Dream क्यों लिया 72 साल की उम्र में फैसला?

काकिनाडा की रहने वाली इस दादी ने बताया कि उनका बचपन से डॉक्टर बनने का सपना था। आर्थिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाईं। लेकिन दादी नीट सपना को जिंदा रखते हुए उन्होंने ठान लिया कि इस साल NEET परीक्षा देंगी।

“मेरे लिए यह परीक्षा सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि खुद को साबित करने का मौका है,” दादी ने कहा।

दादी नीट सपना परिवार का साथ बना हौसला

दादी के इस फैसले में उनका परिवार पूरी तरह उनके साथ रहा। उनके पोते-पोतियों ने उनके लिए नोट्स तैयार किए, ऑनलाइन लेक्चर डाउनलोड किए और पढ़ाई में मदद की।

इस दादी नीट सपना सफर के कुछ खास पहलू:

  • पोते-पोतियों ने मिलकर बनाया स्टडी टाइमटेबल
  • दादी ने हर दिन 4-5 घंटे पढ़ाई की
  • घर पर मॉक टेस्ट कराए गए
  • परिवार ने लगातार हौसला बढ़ाया
Grandmother NEET Dream: काकिनाडा में 72 वर्षीय दादी ने रचा इतिहास
Grandmother NEET Dream: काकिनाडा में 72 वर्षीय दादी ने रचा इतिहास

Grandmother NEET Dream समाज के लिए एक मिसाल

इस 72 वर्षीय दादी ने यह दिखा दिया कि शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती। उनकी कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है। उन्होंने यह संदेश दिया:
सपनों को कभी मरने मत दो
पढ़ाई में उम्र बाधा नहीं होती
परिवार का साथ सबसे बड़ी ताकत है
सीखना कभी नहीं रुकना चाहिए

दादी नीट सपना से क्या सीखें?

इस प्रेरक कहानी से हर उम्र के इंसान को यह सीख मिलती है कि अगर जज्बा हो, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता

दादी ने यह साबित कर दिया कि दादी नीट सपना सच हो सकता है अगर मेहनत और आत्मविश्वास साथ हो।

मुख्य सीखें:

  • Never stop learning
  • Family support matters
  • Dreams have no expiry date
  • Believe in yourself

दादी नीट सपना आगे क्या?

परीक्षा के बाद दादी ने कहा कि वे रिजल्ट की चिंता नहीं करतीं।

उनके लिए सबसे बड़ी जीत यह थी कि वे परीक्षा देने पहुंचीं। उन्होंने भविष्य में भी पढ़ाई जारी रखने का इरादा जताया।

“अगर मैंने एक कदम उठाया है, तो और लोग भी हिम्मत करेंगे,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा।

Grandmother NEET Dream बना लाखों के लिए प्रेरणा

72 वर्षीय काकिनाडा की इस दादी ने दिखा दिया कि सीखने की कोई सीमा नहीं होती। उनकी कहानी हर उस इंसान के लिए मिसाल है जो उम्र को बहाना बनाकर अपने सपनों को छोड़ देता है।

दादी नीट सपना ने साबित कर दिया कि मेहनत, जुनून और आत्मविश्वास से हर सपना साकार किया जा सकता है

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