भारत को दी कड़ी टक्कर, पाकिस्तान से बेहतर खेला
अबु धाबी: एशिया कप में भारत और ओमान के बीच हुए मुकाबले ने सभी को चौंका दिया। भले ही भारतीय टीम ने 21 रन से जीत हासिल की, लेकिन ओमान ने मैच में जिस तरह का जज्बा(Great Performance) दिखाया, वह काबिले-तारीफ था। कागजों पर कमजोर मानी जाने वाली ओमान की टीम ने विश्व की नंबर-1 टीम को पूरे 40 ओवर तक मैदान पर रोके रखा। यह प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ पाकिस्तान और यूएई(UAE) से भी बेहतर रहा, जिन्हें भारत ने क्रमशः 35 और 17 ओवर में हरा दिया था। ओमान की टीम ने न केवल गेंदबाजी में भारतीय बल्लेबाजों को 188 रन पर रोका, बल्कि बल्लेबाजी में भी 167 रन बनाकर जोरदार(Great Performance) संघर्ष किया।
ओमान के गेंदबाजों और बल्लेबाजों का दमदार खेल
ओमान के खिलाड़ियों ने इस मैच में अपनी क्षमता का भरपूर प्रदर्शन किया। बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज शाह फैसल ने दूसरे ही ओवर में विस्फोटक बल्लेबाज शुभमन गिल(Shubhman Gill) को बोल्ड कर दिया। इसके बाद भी, ओमान के गेंदबाजों ने नियमित अंतराल पर विकेट लिए और भारतीय रन रेट को बढ़ने नहीं दिया। बल्लेबाजी में, आमिर कलीम (64 रन) और हमाद मिर्जा (51 रन) ने बेहतरीन(Great Performance) अर्धशतकीय पारियां खेलीं, जबकि कप्तान जतिंदर सिंह ने भी 32 रन का योगदान दिया। आमिर कलीम का ऑलराउंड प्रदर्शन विशेष रूप से सराहनीय रहा, क्योंकि उन्होंने गेंदबाजी में भी 2 विकेट लिए थे।
भारतीय मूल के खिलाड़ियों की भूमिका और कप्तान सूर्या का निर्णय
ओमान की टीम में कई खिलाड़ी भारतीय और पाकिस्तानी मूल के हैं, जिन्होंने इस मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कप्तान जतिंदर सिंह सहित पांच भारतीय मूल के खिलाड़ी टीम का हिस्सा थे। यह बताता है कि खेल सीमाओं से परे है। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव इस मैच में बल्लेबाजी के लिए नहीं आए, क्योंकि वह अपने बाकी बल्लेबाजों(Great Performance) को मौका देना चाहते थे। कुछ विशेषज्ञों ने उनके इस निर्णय पर सवाल उठाए, लेकिन उनका उद्देश्य सभी खिलाड़ियों को मैच का अनुभव देना था। यह मैच एक शानदार(Great Performance) उदाहरण बन गया कि कैसे एक छोटी टीम भी अपनी क्षमता और जज्बे से एक बड़ी टीम को कड़ी टक्कर दे सकती है।
ओमान की टीम में भारतीय मूल के कितने खिलाड़ी थे?
ओमान की टीम में कप्तान जतिंदर सिंह सहित पांच खिलाड़ी भारतीय मूल के थे। इसके अलावा, टीम में कई पाकिस्तानी मूल के खिलाड़ी भी शामिल थे, जो इस टीम की विविधता को दर्शाता है।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस मैच में बल्लेबाजी क्यों नहीं की?
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इस मैच में बल्लेबाजी नहीं की ताकि वे अपनी टीम के अन्य खिलाड़ियों को बल्लेबाजी का मौका दे सकें। उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में अनुभव मिले, जिससे टीम की गहराई और लचीलापन बढ़े।
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