Gujrat : हिंदी भाषी राज्य नहीं है, फिर भी गुजरात ने हिंदी को अपनाया : शाह

By Anuj Kumar | Updated: September 14, 2025 • 8:58 PM

गांधीनगर,। गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 5वें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Sah) ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और हिंदी दिवस के महत्व पर विस्तार से अपने विचार रखे।

सम्मेलन से मिली नई ऊर्जा और दृष्टिकोण

अमित शाह ने कहा कि राजभाषा सम्मेलन सिर्फ हिंदी (Hindi) को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं, बल्कि यह देश की सभी भारतीय भाषाओं के बीच संवाद और आदान-प्रदान का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन हर बार एक नई ऊर्जा, दृष्टिकोण और प्रेरणा लेकर आता है। पहले यह सम्मेलन हमेशा दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होता था, लेकिन पिछले पाँच सालों से इसे देश के विभिन्न हिस्सों में आयोजित किया जा रहा है, जिससे भाषाई विविधता को और बल मिला है।

गुजरात की धरती पर हिंदी का सम्मान

गृह मंत्री शाह ने कहा कि भले ही गुजरात (Gujrat) हिंदी भाषी राज्य नहीं है, लेकिन यहां हिंदी का हमेशा स्वागत और सम्मान किया गया है। उन्होंने दयानंद सरस्वती, महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसी महान हस्तियों को याद किया और कहा कि इन सभी ने हिंदी के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

‘सारथी’ अनुवाद प्रणाली की शुरुआत

शाह ने इस मौके पर गृह मंत्रालय द्वारा विकसित ‘सारथी’ अनुवाद प्रणाली का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस नई तकनीक की मदद से हिंदी से भारत की अन्य सभी भाषाओं में आसानी से अनुवाद किया जा सकेगा। इससे केंद्र और राज्य सरकारों के बीच संवाद और भी सुगम होगा। शाह ने यह भी घोषणा की कि अब कोई भी राज्य सरकार अपनी मातृभाषा में गृह मंत्रालय को पत्र लिख सकती है और मंत्रालय भी उसी भाषा में जवाब देगा।

डिजिटल हिंदी शब्दकोश ‘सिंधु’

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सम्मेलन में सभी का स्वागत करते हुए हिंदी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि राजभाषा विभाग ने अमित शाह के मार्गदर्शन में डिजिटल हिंदी शब्दकोश ‘सिंधु’ तैयार किया है। इसमें 7 लाख से अधिक शब्द शामिल हैं, जो हिंदी सीखने और शोध कार्य करने वालों के लिए एक बड़ा खजाना है।

हिंदी को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प

कार्यक्रम में वक्ताओं ने एक स्वर में यह आह्वान किया कि हिंदी सिर्फ राजभाषा नहीं, बल्कि देश की एकता और सांस्कृतिक पहचान की भी भाषा है। सम्मेलन के दौरान यह संकल्प लिया गया कि हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के सहयोग से आने वाले समय में भारत अपनी भाषाई ताकत को और मजबूत करेगा

गृह मंत्री का क्या काम होता है?

गृह मंत्रालय विभिन्न प्रकार के दायित्वों का निर्वहन करता है जिनमें देश की आंतरिक सुरक्षा, सीमा प्रबंधन, केंद्र-राज्य संबंध, संघ राज्य क्षेत्रों का प्रशासन, केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों का प्रबंधन, आपदा प्रबंधन आदि महत्वपूर्ण हैं।

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