Gujarat Police शराबबंदी में भी पुलिसकर्मी नशे में धरे गए
Gujarat Police की साख उस समय सवालों के घेरे में आ गई जब राज्य में शराबबंदी कानून के बावजूद एक पुलिसकर्मी नशे में धुत पाया गया और दूसरा तस्कर से रिश्वत लेते हुए ACB के हत्थे चढ़ गया। यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था की पोल खोलती है बल्कि पुलिस तंत्र में फैले भ्रष्टाचार पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है।
पहला मामला: नशे में धुत पुलिसकर्मी
- शराबबंदी वाले राज्य गुजरात में पुलिसकर्मी का नशे की हालत में पकड़ा जाना चौंकाने वाला है।
- यह घटना वडोदरा जिले की बताई जा रही है।
- स्थानीय लोगों ने जब पुलिसकर्मी को लड़खड़ाते देखा तो वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
- उच्च अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं और संबंधित अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है।

दूसरा मामला: रिश्वत लेते पकड़ा गया पुलिस अधिकारी
- गुजरात ACB ने एक और Gujarat Police अधिकारी को शराब तस्कर से रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया।
- अधिकारी तस्कर से 20,000 रुपये की घूस मांग रहा था ताकि उसके खिलाफ केस दर्ज न हो।
- पूरी कार्रवाई ACB की ट्रैप टीम ने योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी।
शराबबंदी कानून पर उठे सवाल
- गुजरात में वर्षों से शराबबंदी लागू है, लेकिन आए दिन तस्करी और अवैध बिक्री की खबरें सामने आती रहती हैं।
- अब जब Gujarat Police के अधिकारी खुद इन गतिविधियों में लिप्त पाए जा रहे हैं, तो आम जनता का भरोसा डगमगाता नजर आ रहा है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ कानून तोड़ने का मामला नहीं, बल्कि सिस्टम की गंभीर नाकामी है।

प्रशासन का क्या कहना है?
- राज्य के गृह विभाग ने दोनों मामलों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
- उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई है जो दोनों मामलों की गहराई से समीक्षा करेगी।
- मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी इस पर कड़ा रुख अपनाने की बात कही है।
Gujarat Police से जुड़े ये दोनों मामले एक तरफ शराबबंदी कानून की असफलता दिखाते हैं और दूसरी तरफ पुलिस बल के भीतर मौजूद भ्रष्टाचार को उजागर करते हैं। अगर जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो यह स्थिति कानून व्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है।