Ambati Rambabu: गुंटूर जिले में राजनीतिक तनाव उस समय बढ़ गया जब वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YCP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अंबाती रामबाबू (Ambati Rambabu) पुलिस से सीधे भिड़ गए।
यह विवाद उस वक्त आरंभ हुआ जब अंबाती रामबाबू और वाईसीपी कार्यकर्ताओं ने एक अविरोध प्रदर्शन का आयोजन किया, जिसके लिए पुलिस से स्वीकृति नहीं ली गई थी।
जैसे ही पुलिस ने कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की, रामबाबू ने पुलिस पर तीखे शब्दों में प्रतिक्रिया दी।
घटना पत्तहिपुरम पुलिस स्टेशन क्षेत्र की है, जहां धारा 353 (लोक सेवक को उसके कर्तव्यों के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत समस्या प्रविष्ट किया गया है।
इस धारा के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं जो सरकारी काम में बाधा डालने से संबंधित है।
वायरल वीडियो से विवाद ने पकड़ा तूल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि अंबाती रामबाबू और पुलिस अधिकारी के बीच बहस तीखी होती जा रही है।
दोनों एक-दूसरे पर इलज़ाम लगाते हुए नजर आते हैं और स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है। वीडियो में अंबाती को पुलिस पर नाराजगी जताते हुए और कुछ असभ्य भाषा का उपयोग करते हुए भी देखा गया।
पुलिस अधिकारियों ने अवसर पर संयम बनाए रखा लेकिन बाद में कानून के तहत कार्रवाई करते हुए मुद्दा दर्ज कर लिया गया। समाचार है कि अंबाती रामबाबू के साथ-साथ कुछ अन्य YCP नेताओं पर भी मामला दर्ज किया गया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप आरंभ
इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। YSR कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है, जबकि विपक्षी दलों ने अंबाती रामबाबू के व्यवहार को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विरुद्ध बताया है।
गुंटूर जिला प्रशासन अब इस मामले की तफ्तीश कर रहा है और वीडियो फुटेज को सबूत के रूप में लिया गया है। आने वाले दिनों में यह देखा जाना दिलचस्प होगा कि क्या इस केस में और गिरफ्तारियां होती हैं या अंबाती रामबाबू को राहत मिलती है।