एचएएल का पलटवार: तेजस किस तरह गलत सूचना फैलाने वालों को कुचल रहा है
तेजस, भारत का स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA), एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन इस बार वजह कुछ और है—उसके खिलाफ फैलाई जा रही झूठी सूचनाएं। हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स ने तेजस की क्षमता और विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। ऐसे में Hindustan Aeronautics Limited (HAL) ने साफ और सटीक जवाब देकर इन गलतफहमियों को सिरे से नकार दिया है।
तेजस पर क्या आरोप लगाए गए?
कुछ विदेशी रक्षा विश्लेषकों और ऑनलाइन रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि:
- तेजस की तकनीक पुरानी है
- यह अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा नहीं उतरता
- इसके एक्सपोर्ट में रुचि कम है
- इसमें “इंजन रिलायबिलिटी” की समस्या है
इन बयानों का उद्देश्य तेजस की छवि को नुकसान पहुंचाना था, जबकि वास्तविकता इन सबसे अलग है।

HAL ने क्या कहा?
HAL ने इन आरोपों पर कड़ा रुख अपनाते हुए बयान जारी किया:
“तेजस भारतीय वायुसेना की जरूरतों के अनुसार डिज़ाइन किया गया है। यह किसी भी आधुनिक फाइटर जेट से मुकाबला करने की क्षमता रखता है।”
उन्होंने तथ्यों के साथ बताया कि तेजस:
- 100% ऑपरेशनल फ्लीट में शामिल है
- इंडियन एयरफोर्स द्वारा बड़े स्केल पर उपयोग में लाया जा रहा है
- ऑस्ट्रेलिया, मिस्र और अर्जेंटीना जैसे देश इसकी खरीद में रुचि दिखा चुके हैं
- इसमें इंटरनेशनल एवियोनिक्स, AESA रडार और इंडियन वेपन सिस्टम मौजूद हैं
तेजस की ताकतें क्या हैं?
- स्वदेशी तकनीक:
- यह भारत में डिजाइन और निर्मित हुआ है, जिससे देश की आत्मनिर्भरता बढ़ती है।
- बहुउद्देश्यीय क्षमताएं:
- एयर-टू-एयर, एयर-टू-ग्राउंड और रीकॉन मिशन में सक्षम।
- उच्च गतिशीलता:
- तेजस की फ्लाइट परफॉर्मेंस किसी भी मॉडर्न फाइटर जेट से कम नहीं।
- इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन:
- तेजस को अमेरिका की FAA और यूरोप की EASA जैसी संस्थाओं से अप्रूवल मिला है।
क्या दुनिया तेजस को मान रही है?
जी हां। हाल ही में भारत सरकार ने मिस्र, अर्जेंटीना, और मलेशिया को तेजस के एक्सपोर्ट के लिए प्रस्ताव दिए। मलेशिया ने तो आंशिक रूप से तेजस के लिए सहमति भी दी है।
इसके अलावा तेजस को 2024 में बहरीन एयर शो और 2023 में दुबई एयर शो में भी प्रस्तुत किया गया, जहां इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।

सोशल मीडिया पर क्या हो रहा है?
सोशल मीडिया पर एक वर्ग लगातार तेजस के खिलाफ फेक न्यूज़ और भ्रामक पोस्ट फैला रहा है। कुछ यूट्यूब चैनल्स और विदेशी रक्षा ब्लॉगर इसके पीछे सक्रिय हैं। HAL ने कहा कि वह अब इस तरह के दुष्प्रचार को कानूनी तौर पर चुनौती देने की योजना पर विचार कर रहा है।
विश्लेषकों की राय
वरिष्ठ रक्षा विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने कहा:
“तेजस पर सवाल उठाना भारत की टेक्नोलॉजिकल क्षमता पर सवाल उठाने जैसा है। यह विमान अब एक्सपोर्ट रेडी और अत्याधुनिक है।”
तेजस न केवल उड़ता है, बल्कि सच्चाई के साथ ऊंचा उड़ता है
तेजस सिर्फ एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और गर्व का प्रतीक है। HAL का यह पलटवार दिखाता है कि अब भारत सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि तथ्यों से विरोधियों को खामोश करना भी जानता है।