Health: सहजन की फली का पानी: एक आयुर्वेदिक वरदान

सहजन

सहजन की फली का पानी केवल पारंपरिक औषधीय गुणों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आज के समय की कई प्रमुख बीमारियों में भी लाभकारी है।

सहजन न सिर्फ एक सब्जी है, बल्कि आयुर्वेद में भी इसे एक शक्तिशाली जड़ी-बूटी माना गया है. इसकी न सिर्फ पत्तियां स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं, बल्कि फूल और फलियां भी फायदेमंद होती हैं. मुख्य रूप से इसकी फलियों से बना पानी स्वास्थ्य के लिए काफी हेल्दी होती हैं. आइए जानते हैं सहजन की फलियों का पानी पीने के फायदे-


ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है

डायबिटीज़ के रोगियों के लिए फायदेमंद

सहजन की फली में मौजूद क्लोरोफिल और एंटीऑक्सिडेंट्स ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखते हैं। यह इंसुलिन की सक्रियता को बेहतर बनाता है।


यूरिक एसिड को करता है नियंत्रित

गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत

सहजन की फली का पानी शरीर में जमा यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द कम होता है।


पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

गैस, कब्ज और एसिडिटी में राहत

इसमें मौजूद फाइबर और डिटॉक्सिफाइंग एजेंट्स पाचन प्रक्रिया को दुरुस्त रखते हैं और पेट को साफ करते हैं।


रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है

संक्रमण से लड़ने की ताकत

सहजन में विटामिन C, बीटा-कैरोटीन और आयरन जैसे तत्व होते हैं जो इम्यून सिस्टम को मजबूती देते हैं।


वजन घटाने में सहायक

मेटाबॉलिज्म को तेज करता है

इसका सेवन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और शरीर में फैट जमा होने से रोकता है।


त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद

प्राकृतिक चमक और मजबूती

सहजन का पानी स्किन डिटॉक्स करता है, जिससे त्वचा निखरती है और बालों को भी ज़रूरी पोषण मिलता है।


सेवन करने का सही तरीका

  • सुबह खाली पेट: 1 गिलास सहजन की फली का उबला हुआ पानी पिएं।
  • नियमित सेवन: हफ्ते में 3-4 बार लेना लाभकारी होता है।
  • खाली पेट ही लें, ताकि इसके पोषक तत्व अच्छे से अवशोषित हो सकें।

सावधानियाँ

  • प्रेग्नेंसी में डॉक्टर की सलाह के बाद ही सेवन करें।
  • ज्यादा मात्रा में सेवन से पेट की गड़बड़ी हो सकती है।

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