सड़कें गीली और फिसलन भरी होंगी
हैदराबाद: हैदराबाद में मंगलवार को हल्की से मध्यम वर्षा और तेज हवाओं के साथ गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। अनुमानित मूसलाधार बारिश (heavy rain) के कारण सामान्य जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करते हुए, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (हैदराबाद) ने सोमवार को कहा, ‘कुछ/कई स्थानों पर सड़कों और निचले इलाकों में पानी जमा हो सकता है। सड़कें गीली और फिसलन भरी होंगी। कुछ घंटों के लिए बिजली, पानी (Water) और अन्य सामाजिक व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। नालियाँ जाम हो सकती हैं और सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं।’ मौसम विभाग ने नगर निगम अधिकारियों को चेतावनी प्रदर्शित करने और पानी साफ़ करने के लिए आवश्यक कार्रवाई हेतु आवश्यक परामर्श जारी करने का सुझाव दिया है। सड़क यातायात विभाग भी यातायात नियमन और आवश्यक कार्रवाई के लिए परामर्श जारी कर सकता है।
भारी बारिश होने पर क्या होता है?
अत्यधिक वर्षा होने पर नदियाँ और नाले उफान पर आ जाते हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। जलभराव के कारण यातायात रुक जाता है, घरों और खेतों को नुकसान पहुँचता है। कभी-कभी भूस्खलन और मिट्टी कटाव की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है। स्वास्थ्य संबंधी खतरे भी बढ़ जाते हैं।
भारी बारिश की कहानी क्या है?
कई लोककथाओं और साहित्यिक रचनाओं में भारी बारिश को आशीर्वाद और विपत्ति दोनों रूपों में दर्शाया गया है। कहीं इसे खेतों को जीवन देने वाली शक्ति कहा गया, तो कहीं गाँव-शहर डुबोने वाली आपदा। प्राकृतिक चक्र में भारी बारिश जीवनदायिनी भी है और कई बार मानव समाज के लिए चुनौती भी।
बारिश कितने प्रकार की होती है?
मुख्यतः वर्षा तीन प्रकार की मानी जाती है। संवहनीय वर्षा तब होती है जब गर्म हवा ऊपर उठकर ठंडी हो जाती है। पर्वतीय वर्षा तब होती है जब हवाएँ पहाड़ों से टकराती हैं। चक्रवाती वर्षा तब होती है जब दो अलग-अलग तापमान वाली हवाएँ आपस में मिलती हैं और नमी संघनित होकर गिरती है।
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