Thiruvananthapuram: केरल में भारी बारिश ने मचाया कहर

By Surekha Bhosle | Updated: July 17, 2025 • 11:28 AM

4 जिलों में रेड अलर्ट

तिरुवनंतपुरम: केरल के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश (Rain) ने तबाही मचा दी है। सूबे के 4 जिलों कासरगोड, कन्नूर, कोझीकोड और वायनाड में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया गया है। बारिश के चलते कई इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ की खबरें सामने आई हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी कि IMD ने बताया कि रेड अलर्ट वाले जिलों में 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हो सकती है। ऑरेंज अलर्ट वाले जिलों एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़ और मलप्पुरम में 11 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश का अनुमान है। बाकी 5 जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पत्तनम्तिट्टा, अलप्पुझा और कोट्टयम में येलो अलर्ट है, जहां 6 से 11 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है

स्कूल-कॉलेज बंद, पर्यटन पर पाबंदी

भारी बारिश Rain को देखते हुए कासरगोड, कन्नूर, त्रिशूर और वायनाड में 17 जुलाई को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का ऐलान किया गया है। वायनाड जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए अगले आदेश तक सभी पर्यटन गतिविधियों, खनन कार्यों और JCB के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। मुंडक्कई-चूरलमाला इलाके में प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी है, जहां पिछले साल जुलाई में भूस्खलन से 200 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। कासरगोड में उप्पला और मोगरल नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सिंचाई डिजाइन और अनुसंधान बोर्ड यानी किIDRB ने इन नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

राहत कार्यों की तैयारी में जुटा प्रशासन

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और जरूरत पड़ने पर मदद के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें। स्थानीय प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए है और राहत कार्यों की तैयारी में जुटा है। लोगों से अपील की गई है कि वे बेवजह घर से बाहर न निकलें और बारिश Rain से प्रभावित इलाकों में सावधानी बरतें। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताई है, इसलिए सभी को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। केरल में बारिश का यह सिलसिला तमाम लोगों के लिए मुसीबत बनकर आया है, लेकिन प्रशासन और मौसम विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सक्रिय है।

केरल में भारी वर्षा का क्या कारण है?

IMD के अनुसार, एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण लक्षद्वीप और उसके आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर और केरल तट पर भी बना हुआ है, जो औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जिसके कारण केरल में भारी वर्षा हो रही है।

केरल का पुराना नाम क्या था?

केरल को प्राचीन काल में केरलम के नाम से जाना जाता था, जिसकी उत्पत्ति संभवतः चेर राजवंश या इस क्षेत्र में उगने वाले नारियल के लिए प्रयुक्त शब्द से हुई होगी।

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