कोलकाता, । पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आधी रात से जारी मूसलाधार बारिश (Heavy Rain) ने शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया और कई इलाकों के घरों व आवासीय परिसरों में पानी घुस गया।
मेट्रो सेवा प्रभावित
भारी बारिश की वजह से महानायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोवर स्टेशनों के बीच ट्रैक पर पानी भर गया। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए शहीद खुदीराम और मैदान स्टेशनों के बीच मेट्रो सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। वहीं, दक्षिणेश्वर से मैदान तक सीमित सेवा संचालित की जा रही है। मेट्रो अधिकारी पंपिंग के जरिए पानी निकालने और सेवाएं बहाल करने की कोशिश में जुटे हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। 25 सितंबर तक पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुड़ा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास खाड़ी में एक और निम्न दबाव क्षेत्र बनने की आशंका है।

रिकॉर्ड तोड़ बारिश
कोलकाता नगर निगम (KMC) के अनुसार, दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ आंकड़े दर्ज किए। गरिया कामदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिमी बारिश हुई। जोधपुर पार्क में 285 मिमी, कालीघाट में 280 मिमी, तोपसिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी और उत्तरी कोलकाता के थंटानिया क्षेत्र में 195 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
कोलकाता में सबसे ठंडा महीना कौन सा है?
शीतकाल। राज्य में शीत ऋतु नवंबर के मध्य से फरवरी तक रहती है, जिसमें जनवरी सबसे ठंडा महीना होता है। मैदानी इलाकों में शीत ऋतु ठंडी से हल्की होती है और औसत न्यूनतम तापमान 9 से 16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। सर्दियों में ठंडी और शुष्क उत्तरी हवाएँ चलती हैं, जिससे आर्द्रता का स्तर काफी कम हो जाता है।
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