शनिवार, 13 सितंबर 2025 को दिल्ली (Delhi) और मुंबई हाई कोर्ट (Mumbai Haigh Court) को ईमेल के ज़रिए बम धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों ही हाई कोर्ट को भेजे गए मेल में कहा गया था कि परिसर में बम रखा गया है। इस सूचना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं और पूरे परिसर की गहन तलाशी ली गई। हालांकि, घंटों चली जांच के बाद कहीं से कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। फिर भी इस धमकी ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर ला दिया है।
पुलिस की तत्परता
दिल्ली पुलिस और मुंबई पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि धमकी भरा मेल किसने और कहाँ से भेजा, इसकी जाँच साइबर सेल कर रही है। तकनीकी विशेषज्ञ मेल के आईपी एड्रेस और सर्वर की जानकारी खंगाल रहे हैं। जांच इस दिशा में भी हो रही है कि मेल देश के भीतर से भेजा गया या विदेश से।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
धमकी की खबर मिलते ही दोनों हाई कोर्ट के चारों ओर सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड की टीमें मौके पर पहुंचीं और पूरी इमारत का निरीक्षण किया। तलाशी के दौरान कोर्ट परिसर में कामकाज जारी रहा, ताकि न्यायिक प्रक्रिया बाधित न हो। पुलिस ने कहा कि सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बढ़ती फर्जी धमकियाँ
पिछले कुछ महीनों से देश की विभिन्न अदालतों और संवेदनशील स्थलों को बार-बार बम धमकी वाले ईमेल मिल रहे हैं। अब तक ज्यादातर मामले फर्जी साबित हुए हैं, लेकिन हर बार पुलिस को पूरी गंभीरता से जांच करनी पड़ती है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस तरह की फर्जी धमकियों का मकसद दहशत फैलाना और व्यवस्था को अस्थिर करना होता है।
जांच का अगला चरण
दिल्ली और मुंबई पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों को भी मामले की जानकारी दी है। संभावना जताई जा रही है कि ईमेल किसी स्पैम नेटवर्क या हैक किए गए सर्वर से भेजा गया हो। अगर मेल भेजने वाले की पहचान हो जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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