पाकिस्तान के साथ तुर्की का बढ़ती दोस्ती उसके लिए परेशानी का सबब बन गई है। उसका भारत के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैया आर्थिक संकट पैदा कर रहा है
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। हिमांशी नरवाल से लेकर ऐशान्या द्विवेदी तक की दर्द भरी चीखों ने सभी की आंखें नम कर दी हैं। भारत की ओर से पाक से बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया। इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की पूरी दुनिया ने कड़ी निंदा की लेकिन तुर्की एक ऐसा देश है जिसने उसे सपोर्ट किया और बेचारा बताया। ये तब है जब भारत के साथ तुर्की के व्यापारिक रिश्ते अच्छे हैं और जरूरत के समय भारत ने तुर्की की मदद भी की थी। सोशल मीडिया पर
ऐसे में कहीं न कहीं तुर्की की पाकिस्तान से दोस्ती उसके टूरिज्म पर महंगी पड़ने वाली है। ऐसा होने के बाद ये तो निश्चित है कि इससे तुर्की की अर्थव्यवस्था तो चरमरा जाएगी।
भारतीयों ने तुर्की घूमने का प्लान किया कैंसिल
तुर्की को पाकिस्तान का साथ देना और भारत विरोधी रुख अपनाना अब उसकी अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। भारत से बढ़ते तनाव के बीच भारतीय पर्यटकों ने तुर्की घूमने की योजनाएं रद्द करनी शुरू कर दी हैं। इसका सीधा असर तुर्की के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है, जो कि उसकी अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
भारतीय टूरिस्टों की संख्या में गिरावट
- पिछले कुछ वर्षों में तुर्की भारतीय पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन चुका था, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
- भारत में तुर्की के खिलाफ बढ़ती नाराजगी के चलते भारतीय पर्यटकों की संख्या में करीब 40% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
- इससे होटल, टूर ऑपरेटर्स और लोकल बाजारों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते साल तुर्की में भारतीय टूरिस्टों की संख्या में बड़ा उछाल आया था।
- आंकड़ों के अनुसार, अजरबैजान में इंडिया से करीब 1 लाख 17 हजार 302 पर्यटक आए थे।
- जो 2024 में ये संख्या बढ़ कर 2 लाख 43 हजार हो गई थी।
- मगर पाक से तुर्की को दोस्ती करना उसके टूरिज्म के लिए बुरा परिणाम साबित होगी।
पाकिस्तान के साथ दोस्ती बनी परेशानी की जड़
- तुर्की द्वारा लगातार पाकिस्तान का समर्थन करना, जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भारत के खिलाफ बयानबाजी और संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर भारत का विरोध करना भारतवासियों को नागवार गुजर रहा है।
- भारतीयों ने सोशल मीडिया और यात्रा मंचों पर तुर्की के बहिष्कार की अपील करना शुरू कर दिया है।
पर्यटन पर निर्भर अर्थव्यवस्था
तुर्की की जीडीपी में पर्यटन का योगदान लगभग 12% है। भारत जैसे बड़े बाजार से पर्यटक न आना एक बड़ा झटका है। खासकर हाई-एंड टूरिज्म से जुड़े क्षेत्र जैसे लग्जरी होटल्स, मेडिटेरेनियन क्रूज टूर इस गिरावट से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
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