स्कूल में कंप्यूटर शिक्षा शुरू करने की राज्य सरकार की पहल की सराहना
हैदराबाद। दारुलशिफा स्थित दृष्टिबाधितों के सरकारी स्कूल में कंप्यूटर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIEPVD), देहरादून के व्याख्याता डॉ. के. श्रीनिवास रेड्डी (Dr K Srinivas Reddy) मुख्य अतिथि थे। छात्रों को संबोधित करते हुए, डॉ. रेड्डी ने विशेष शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे शिक्षा, प्रौद्योगिकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण में प्रगति दृष्टिबाधित छात्रों को स्वतंत्रता और सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के प्रभावी उपयोग से, दृष्टिबाधित छात्रों को विकास में बाधा नहीं बनना पड़ेगा। उन्होंने स्कूल में कंप्यूटर शिक्षा शुरू करने की राज्य सरकार की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह बेहद फायदेमंद साबित हो रही है। उन्होंने छात्रों से इन सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया।
सभी छात्रों के लिए पहचान पत्र की व्यवस्था
डॉ. रेड्डी ने शिक्षकों के प्रयासों की भी सराहना की और कहा कि सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में बाधा-मुक्त बुनियादी ढांचे से विकलांग लोगों को सामाजिक और सार्वजनिक जीवन में पूरी तरह से भाग लेने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान, स्थानीय दानदाता के. राजशेखर रेड्डी ने घोषणा की कि सभी छात्रों के लिए पहचान पत्र की व्यवस्था की जाएगी। इस कार्यक्रम में हाई स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक सद्गुणा, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मंडाडी वेंकट रेड्डी और अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।
कंप्यूटर की पूरी परिभाषा क्या है?
Computer एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है, उस पर दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रोसेसिंग करता है और परिणाम आउटपुट के रूप में प्रदान करता है। यह गणना, डाटा संग्रहण, दस्तावेज़ प्रबंधन, संचार और स्वचालन जैसे अनेक कार्यों में सहायक होता है।
कंप्यूटर की स्थापना कब हुई थी?
पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर “ENIAC” की स्थापना 1946 में अमेरिका में हुई थी। इसे जॉन मौचली और जे. पी. एकर्ट ने विकसित किया था। हालांकि कंप्यूटर के विकास की प्रक्रिया 19वीं शताब्दी में चार्ल्स बैबेज द्वारा शुरू हुई थी, लेकिन व्यावहारिक कंप्यूटर 20वीं सदी में अस्तित्व में आया।
Computer का जनक कौन था?
कंप्यूटर के जनक माने जाने वाले वैज्ञानिक चार्ल्स बैबेज ने 1830 के दशक में “एनालिटिकल इंजन” नामक एक यांत्रिक कंप्यूटर का डिजाइन तैयार किया था। उन्होंने कंप्यूटर की मूल अवधारणाएं दीं जैसे इनपुट, प्रोसेसिंग और आउटपुट। इसी कारण उन्हें “Father of Computer” कहा जाता है।
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