सरकार में किसी पद पर नहीं हैं जग्गा रेड्डी
संगारेड्डी। मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी द्वारा राष्ट्रीय निवेश एवं विनिर्माण क्षेत्र (एनआईएमजेड) के तहत विस्थापितों को इंदिराम्मा मकान सौंपने की जिम्मेदारी कांग्रेस नेता टी जग्गा रेड्डी को सौंपने के फैसले की सभी वर्गों ने आलोचना की है, क्योंकि सरकार में उनके पास कोई पद नहीं है। शुक्रवार को जहीराबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उन्होंने आवास योजना के लाभ वितरित करने की जिम्मेदारी जग्गा रेड्डी को सौंपी है। इस घोषणा से जहीराबाद के कांग्रेस नेता भी हैरान रह गए। हालांकि सेटविन के चेयरमैन गिरिधर रेड्डी, जहीराबाद के सांसद सुरेश शेतकर और अन्य नेता मौजूद थे, लेकिन रेवंत ने यह जिम्मेदारी संगारेड्डी के पूर्व विधायक को सौंप दी।
जहीराबाद कांग्रेस से नहीं था जग्गा रेड्डी का कोई संबंध
जग्गा रेड्डी का इस आयोजन, ज़हीराबाद कांग्रेस से पहले कोई संबंध नहीं था। रेवंत रेड्डी ने कलेक्टर, वलुरू क्रांति और अन्य अधिकारियों को योजना को लागू करने में जग्गा रेड्डी के निर्देशों का पालन करने का निर्देश भी दिया था। ज़हीराबाद क्षेत्र के 5,600 से अधिक किसान एमआईएमजेड के तहत विस्थापित हुए थे, और उन्होंने परियोजना के कारण 12,500 एकड़ जमीन खो दी थी।
परियोजनाओं के लिए धन देने का किया अनुरोध
संगारेड्डी जिले के लोग निराश हैं क्योंकि मुख्यमंत्री ने संगमेश्वर लिफ्ट सिंचाई परियोजना (एसएलआईपी) और बसवेश्वर लिफ्ट सिंचाई परियोजना (बीएलआईपी) की घोषणा नहीं की। बीआरएस जहीराबाद विधायक के माणिक राव ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रस्तुत कर इन दोनों परियोजनाओं के लिए धन देने का अनुरोध किया, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री से कोई आश्वासन नहीं मिला। रेवंत रेड्डी एनआईएमजेड, आरआरआर और अन्य परियोजनाओं के तहत विस्थापित होने वाले आरएंडआर पैकेज की वृद्धि पर कोई बयान देने में भी विफल रहे।