कलेश्वरम जांच पर भड़के केटीआर
हैदराबाद। पीसी घोष आयोग द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को पूछताछ के लिए बुलाने संबंधी नोटिस जारी करने की खबरों के बीच, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव केटीआर ने कहा कि कांग्रेस विनियामक नोटिस की आड़ में कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई योजना (केएलआईएस) को निशाना बनाकर ‘कमीशन की राजनीति’ कर रही है। उन्हें संदेह है कि नोटिस के पीछे असली एजेंडा मौजूदा बैराजों को ध्वस्त करना, पुनर्निर्माण के लिए नए टेंडर आमंत्रित करना और इस तरह 20-30 प्रतिशत कमीशन हासिल करना था।
हम देंगे उचित जवाब : केटीआर
उन्होंने गुरुवार को तेलंगाना भवन में मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा, ‘अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। जैसे ही हमें नोटिस मिलेंगे, हम उचित जवाब देंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि ये नोटिस कांग्रेस-भाजपा की साजिश का हिस्सा हैं, ताकि जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों और राज्य में सरकार की विफलताओं से भटकाया जा सके।
बदनामी अभियान का सुप्रीम कोर्ट में हो चुका है पर्दाफाश
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि पलामुरु-रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई योजना (पीआरएलआईएस) के खिलाफ बदनामी अभियान का सुप्रीम कोर्ट में पर्दाफाश हो चुका है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कालेश्वरम परियोजना के खिलाफ आरोपों के पीछे की सच्चाई भी जल्द ही सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट और केंद्रीय जल आयोग ने भी कालेश्वरम के इंजीनियरिंग महत्व को मान्यता दी है, जबकि मुख्यमंत्री अनभिज्ञ बने रहे और यह देखने में विफल रहे कि देश भर के विशेषज्ञ पहले ही क्या स्वीकार कर चुके हैं।
केटीआर ने पूछा सवाल
उन्होंने याद दिलाया कि न्यायमूर्ति पीसी घोष आयोग ने कहा था कि उसने अपनी रिपोर्ट और जांच पूरी कर ली है। उन्होंने पलामुरु क्षेत्र के किसानों को सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए पलामुरु-रंगा रेड्डी परियोजना को तत्काल पूरा करने की मांग करते हुए पूछा, ‘समय सीमा फिर से क्यों बढ़ा दी गई है?’