Hyderabad News : ठगी का नया हथकंडा, पूर्व क्रिकेटर को किया गया गिरफ्तार

By digital@vaartha.com | Updated: May 22, 2025 • 11:39 PM

टीजी मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर लोगों से कर रहा था ठगी

हैदराबाद। इन दिनों ठगी का नया हथकंडा चल पड़ा है। हैदराबाद साइबर अपराध पुलिस ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में प्रतिरूपण करने और व्यापारियों और उद्योगपतियों को वित्तीय सहायता मांगने के लिए ईमेल और संदेश भेजने के आरोप में आंध्र प्रदेश से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। संदिग्ध, बी नागराजू (32), आंध्र प्रदेश का पूर्व राज्य स्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी है, जो आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम का मूल निवासी है।

धोखाधड़ी वाले भेजे थे ईमेल, करती थी ठगी

साइबर अपराध अधिकारियों ने कहा कि नागराजू ने मुख्यमंत्री के ओएसडी के नाम से एक फर्जी ईमेल आईडी बनाई और व्यापारियों, उद्यमियों और उद्योगपतियों को वित्तीय सहायता मांगने वाले धोखाधड़ी वाले ईमेल भेजे। वह तेलंगाना में 13 और आंध्र प्रदेश में 16 ऐसे ही मामलों में शामिल है। इसके अलावा उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी लंबित है। मुख्यमंत्री के ओएसडी की शिकायत के आधार पर साइबर अपराध पुलिस ने मामला दर्ज कर नागराजू को गिरफ्तार कर लिया।

पूर्व सैनिक को धोखाधड़ी के आरोप में किया गया गिरफ्तार

साइबराबाद आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अधिकारियों ने बुधवार को एक पूर्व सैनिक को निवेशकों से 4.48 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। उसने निवेशकों को अपनी कंपनियों में निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा किया था। अलवाल के जीतेंद्र कुमार चौबे, जो सिकंदराबाद के त्रिमुलघेरी स्थित मिलिट्री कॉलेज में इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करते थे, 2018 में सेवानिवृत्त हुए थे।

कई लोगों ने किया था विश्वास, हो गए ठगी का शिकार

ईओडब्ल्यू अधिकारियों के अनुसार, सेवानिवृत्ति के बाद जीतेंद्र कुमार ने कारोबार में कमाई की योजना के तहत अलवल में जेके इंटरप्राइजेज, सौम्या श्री हॉस्पिटल और कार्तिक लॉजिस्टिक्स नामक कंपनियां शुरू कीं। अधिकारियों ने बताया, ‘इन कंपनियों को दिखाकर उसने जमा राशि पर हर महीने अच्छा रिटर्न देने का वादा किया। भूतपूर्व सैनिक होने के कारण कई लोगों ने उस पर विश्वास करके पैसे जमा कर दिए। इसी तरह सेना से सेवानिवृत्त अन्य कर्मियों ने भी कंपनियों में पैसे जमा किए।’

4.48 करोड़ रुपये एकत्र किए संदिग्ध ने

इस प्रकार, संदिग्ध ने जमा के रूप में कुल 4.48 करोड़ रुपये एकत्र किए। जमा राशि एकत्र करने के बाद, उसने कुछ महीनों तक मासिक रिटर्न का भुगतान किया और बाद में छिप गया। एक महिला निवेशक की शिकायत के आधार पर ईओडब्ल्यू इकाई ने मामला दर्ज कर नई दिल्ली में जीतेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

# Paper Hindi News #Breaking News in Hindi #Google News in Hindi #Hindi News Paper breakingnews Fraud Hyderabad Hyderabad news latestnews trendingnews ठगी