पिता केसीआर से दूर करने की हो रही असफल कोशिश : कविता
बीआरएस का भाजपा में विलय करने की साजिश चल रही है और यह विवाद तब शुरू हुआ जब वह जेल में थीं। यह बातें कहते हुए बीआरएस की एमएलसी के कविता ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उन्हें उनके पिता और पार्टी अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव (केसीआर) से दूर करने की कोशिश की जा रही है। कविता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बीआरएस को भाजपा में विलय करने की साजिश है। जब मैं जेल में थी, तो पार्टी में पार्टियों के बीच चर्चा हुई थी, जिस पर मैंने आपत्ति जताई थी और जरूरत पड़ने पर जेल में रहने की पेशकश की थी।
जेल में रहते हुए हुए साजिश : कविता
कविता ने आगे कहा कि पार्टी के कुछ लोगों ने जेल में रहते हुए उनके खिलाफ साजिश रची। उन्होंने कहा कि बीआरएस में केसीआर को छोड़कर कोई भी नेतृत्व स्वीकार नहीं करता। मैं बीआरएस पार्टी से जुड़ी हूं और जब मैं जेल में थी, तब मेरे खिलाफ साजिश रची गई थी। जेल जाते समय मैंने कहा था कि मैं एमएलसी पद से इस्तीफा दे दूंगी। पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल पर मुझे निशाना बनाया गया। यह पहली बार नहीं है जब कविता ने इस तरह के दावे किए हैं।
बीआरएस में अंदरूनी मतभेदों का आरोप
पिछले हफ़्ते भी उन्होंने बीआरएस में अंदरूनी मतभेदों का आरोप लगाया था और केसीआर को लिखे अपने पत्र के लीक होने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में कुछ साजिशें चल रही हैं। उन्होंने कहा था कि केसीआर भगवान की तरह हैं, जो कुछ शैतानों से घिरे हुए हैं। अपने दावों को दोहराते हुए कविता ने गुरुवार को कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि हम केसीआर का नेतृत्व कर रहे हैं, क्या आप केसीआर का नेतृत्व करने के लिए पर्याप्त हैं? उन्हें जवाब देना चाहिए कि मेरा पत्र किसने लीक किया। पार्टी मेरे बारे में झूठी खबरों का खंडन क्यों नहीं करती?’