5 करोड़ रुपये मूल्य का गांजा जब्त
हैदराबाद। इस वर्ष अब तक की एक बड़ी ड्रग तस्करी में, ईगल (एलीट एक्शन ग्रुप फॉर ड्रग लॉ एन्फोर्समेंट) ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और ओडिशा, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में संचालित एक सुव्यवस्थित तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 5 करोड़ रुपये मूल्य का 935 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में पवार कुमार बडू, जो इस ऑपरेशन का मुख्य सरगना और वित्तपोषक था, एस कांतिलाल भिसे, जो किराये पर लिया गया ड्राइवर था, तथा विनायक बाबा साहेब पवार, जो लॉजिस्टिक सहायक और एस्कॉर्ट वाहन संचालक था, शामिल थे।
फलों की ट्रे के नीचे छिपे मिले 35 बैग
26 जुलाई को मिली एक गुप्त सूचना के आधार पर, ईगल यूनिट ने विजयवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बतासिंगाराम फल मंडी जंक्शन के पास एक टाटा आयशर ट्रक को रोका, जिस पर मादक पदार्थ होने का संदेह था। ट्रक को एक टोयोटा इनोवा भी साथ ले जा रही थी। ट्रक को रोका गया और जाँच करने पर, अधिकारियों को खाली प्लास्टिक की फलों की ट्रे के नीचे छिपे 35 बैग मिले, जिनमें गांजा छिपा हुआ था। इस वर्ष की सबसे बड़ी जब्ती में से एक, को सीएलयूईएस फोरेंसिक टीम के सहयोग से फोटो और वीडियो साक्ष्य सहित सावधानीपूर्वक दस्तावेजित किया गया।
एक किराए की कार में महाराष्ट्र से गए थे राजमुंदरी
पुलिस के अनुसार, जांच से पता चला कि इस रैकेट का मास्टरमाइंड महाराष्ट्र का एक बार फिर एनडीपीएस अपराधी पवार कुमार बडू था, जो सचिन गंगाराम चौहान (वर्तमान में फरार) और ओडिशा स्थित आपूर्तिकर्ता विक्की सेठ के साथ मिलकर काम कर रहा था। पवार और उसके साथी 23 जुलाई को एक किराए की कार में महाराष्ट्र से राजमुंदरी गए थे। राजमुंदरी में सप्लायर ने ड्रग्स को टाटा आयशर ट्रक में लादकर फलों की ट्रे के नीचे छुपा दिया था। पुलिस की जाँच से बचने के लिए काफिला इनोवा के साथ ट्रक के साथ आगे बढ़ा। पुलिस ने बताया कि यह सिंडिकेट ऋण-वित्तपोषण मॉडल पर काम करता था, स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को वित्तपोषित करता था, रसद का प्रबंध करता था, तथा गुप्त खाते बनाए रखता था।
अवैध तस्करी का क्या अर्थ है?
कानून के खिलाफ छिपकर वस्तुओं, मानव या मादक पदार्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना अवैध तस्करी कहलाता है। इसमें सोना, हथियार, ड्रग्स या वन्य जीवों की तस्करी प्रमुख रूप से आती है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा होती है।
ड्रग्स क्या है?
नशीले पदार्थ जिन्हें शरीर और मस्तिष्क पर प्रभाव डालने के लिए उपयोग किया जाता है, उन्हें ड्रग्स कहते हैं। ये प्राकृतिक या रासायनिक हो सकते हैं और अधिक मात्रा या बिना चिकित्सकीय सलाह पर लेने से यह व्यक्ति की मानसिक व शारीरिक सेहत को बर्बाद कर सकते हैं।
ड्रग्स निरोधक एक अंतरराष्ट्रीय संस्था का नाम क्या है?
संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNODC (United Nations Office on Drugs and Crime) ड्रग्स और अपराध से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करती है। यह संस्था ड्रग्स की रोकथाम, मानव तस्करी और भ्रष्टाचार से संबंधित नीतियों को लागू करने में देशों की सहायता करती है।
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