Pedapelly : मुख्यमंत्री के अनुरोध के बावजूद आरएफसीएल ने तेलंगाना को यूरिया आवंटन में की कटौती

By Ankit Jaiswal | Updated: July 17, 2025 • 1:02 PM

खेती की प्रक्रिया में तेज़ी आने के साथ बढ़ गया यूरिया का उपयोग

पेड्डापल्ली। रामागुंडम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड (RFCL) ने तेलंगाना को यूरिया (Urea) का आवंटन कम कर दिया है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा को दिए गए ज्ञापन के बावजूद, आरएफसीएल को आवंटन बढ़ाने के संबंध में केंद्र सरकार से कोई निर्देश नहीं मिला है। उर्वरक विभाग को इस संबंध में आदेश जारी करने हैं। वनकालम सीज़न की खेती की प्रक्रिया में तेज़ी आने के साथ यूरिया का उपयोग बढ़ गया है। इसलिए, किसान राज्य सरकार पर उर्वरक की आपूर्ति के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं। राज्य भर में यूरिया के लिए किसानों द्वारा कतारों में खड़े होने और विरोध प्रदर्शन करने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल 1.14 लाख टन यूरिया की आपूर्ति कम की गई है

10,000 टन की मामूली मात्रा ही आपूर्ति

पिछले साल अप्रैल से जुलाई तक 1.14 लाख टन से ज़्यादा यूरिया की आपूर्ति की गई थी। हालाँकि, इस साल अब तक लगभग 10,000 टन की मामूली मात्रा ही आपूर्ति की जा सकी है। इसके अलावा, जुलाई महीने का कोटा भी 60,000 टन से घटाकर 30,000 टन कर दिया गया था। इसमें से भी अब तक केवल 10,000 टन की आपूर्ति हुई है। राष्ट्रीय उर्वरक कोटे के तहत कृष्णापट्टनम से राज्य को 7,000 टन यूरिया की आपूर्ति की गई। अगर अगले एक पखवाड़े में यूरिया की आपूर्ति नहीं हुई तो मुश्किल हालात पैदा हो सकते हैं। इस महीने के अंत तक कम से कम 60,000 से 80,000 टन यूरिया की ज़रूरत होगी। आवंटन में कमी की वजह उत्पादन में कमी बताई जा रही है। इस साल दो महीने तक प्लांट बंद रहने के कारण यूरिया उत्पादन ठप पड़ा है।

यूरिया का आवंटन कम करके उसके साथ भेदभाव करने का आरोप

पेड्डापल्ली के सांसद जी. वामशिकृष्णा, जिन्होंने हाल ही में आरएफसीएल का दौरा किया था, ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तेलंगाना को यूरिया का आवंटन कम करके उसके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। सांसद ने मंगलवार को उर्वरक विभाग के सचिव रजत कुमार मिश्रा को एक ज्ञापन देकर तेलंगाना को यूरिया का आवंटन बढ़ाने का अनुरोध किया। वामशिकृष्णा ने एक बयान में बताया कि सचिव ने तेलंगाना को 2.7 लाख टन यूरिया की आपूर्ति के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?

2011 की जनगणना के अनुसार, तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी लगभग 85 प्रतिशत है। मुस्लिम आबादी लगभग 13 प्रतिशत और अन्य धर्मों के लोग शेष हिस्से में हैं। हिंदू धर्म राज्य की प्रमुख धार्मिक पहचान है, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में फैली है।

तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?

Telangana का कोई आधिकारिक पुराना नाम नहीं था, लेकिन यह क्षेत्र पहले हैदराबाद राज्य और फिर आंध्र प्रदेश का हिस्सा था। अलग राज्य बनने से पहले इसे “तेलंगाना क्षेत्र” के रूप में जाना जाता था, जो निज़ाम के शासन में ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण था।

तेलंगाना और हैदराबाद में क्या अंतर है?

Telangana एक भारतीय राज्य है, जबकि हैदराबाद उसकी राजधानी और प्रमुख शहर है। तेलंगाना में कई जिले शामिल हैं, जबकि हैदराबाद एक नगरीय क्षेत्र है। तेलंगाना एक प्रशासनिक इकाई है और हैदराबाद उसका प्रमुख आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक केंद्र है।

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