UP : ‘नेशनल स्पेस डे’ परिषदीय विद्यालयों बच्चों के लिए बना खास, मिली अंतरिक्ष की जानकारी

By Ajay Kumar Shukla | Updated: August 23, 2025 • 10:09 PM

लखनऊ : यूपी सरकार (Uttar Pradesh) ने ‘नेशनल स्पेस डे’ पर खास पहल की। इस पहल के तहत सरकारी स्कूल (Government Schools) के बच्चों को अंतरिक्ष के बारे में जानकारी दी गई। उत्तर प्रदेश के 1.32 लाख परिषदीय विद्यालयों में मनाए गए ‘नेशनल स्पेस डे’ ने बच्चों को भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों से सीधा रूबरू कराया। 1.48 करोड़ छात्र-छात्राओं ने डिजिटल संसाधनों के माध्यम से न केवल ग्रहों, उपग्रहों और ब्रह्मांड की उत्पत्ति की जानकारी पाई, बल्कि पहली बार चंद्रयान से लेकर गगनयान तक की पूरी यात्रा को विस्तार से जाना।

अंतरिक्ष विज्ञान की नई उड़ान समझने का अवसर मिला

छात्रों ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर देखकर और सीखकर भविष्य की तकनीकों को भी पहली बार व्यवस्थित रूप से समझा। इसके साथ ही विद्यालयों में आयोजित विशेष प्रदर्शनी, कार्यशालाओं और रचनात्मक गतिविधियों ने बच्चों को अंतरिक्ष विज्ञान की नई उड़ान समझने का अवसर दिया। इस अवसर पर बच्चों को समूह चर्चा, चित्रकला प्रतियोगिता, मॉडल प्रदर्शनी और डिजिटल सेशन से जोड़ा गया। इस दौरान उन्हें शिक्षकों और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन मिला।

छात्रों में विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति नई रुचि और उत्साह भी जगा

कार्यक्रम के बाद छात्र-छात्राएँ काफी प्रसन्न नज़र आए। उनमें अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी के बारे में और अधिक जानने की गहरी जिज्ञासा दिखाई दी। बच्चों को पहली बार चंद्रयान, आदित्य-एल1 और गगनयान जैसे मिशनों की पूरी कहानी मिली, जिसने भविष्य में न सिर्फ अंतरिक्ष के क्षेत्र में उड़ान भरने को प्रेरित किया बल्कि विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति नई रुचि और उत्साह भी जगा दिया।

नेशनल स्पेस डे का मकसद बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति गहरी रुचि बढ़ाना : बेसिक शिक्षा मंत्री

यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियां नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। योगी सरकार चाहती है कि बच्चे, किताबों से ज्ञान अर्जित करते हुए विज्ञान और तकनीक को भी व्यावहारिक रूप से समझें। उन्होंने कहा कि नेशनल स्पेस डे का मकसद बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति गहरी रुचि पैदा करना और उन्हें भविष्य के करियर विकल्पों की ओर प्रेरित करना है।

23 अगस्त को क्या है?

23 अगस्त को भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day) मनाया जाता है।
यह दिन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की याद में मनाया जाता है, जब भारत का लैंडर “विक्रम” 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा था।

हाल ही में पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कब मनाया गया था?

पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23 अगस्त 2024 को मनाया गया था।
यह दिन चंद्रयान-3 की पहली वर्षगांठ के मौके पर मनाया गया।
कई शैक्षणिक और वैज्ञानिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।
इसे हर साल 23 अगस्त को मनाने का निर्णय लिया गया है।

विश्व अंतरिक्ष सप्ताह दिवस कब मनाया जाता है?

विश्व अंतरिक्ष सप्ताह (World Space Week) हर साल 4 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच मनाया जाता है।
यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है।
उद्देश्य: अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक की मानवता के लिए उपयोगिता को बढ़ावा देना।

4 अक्टूबर: 1957 में पहले कृत्रिम उपग्रह स्पुतनिक-1 के प्रक्षेपण की वर्षगांठ।
10 अक्टूबर: 1967 को अंतरिक्ष संधि (Outer Space Treaty) लागू हुई थी।

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