जीर्ण-शीर्ण हो चुका है स्कूल भवन
हैदराबाद। हैदराबाद आयुक्त एवी रंगनाथ ने शनिवार को सिकंदराबाद के राष्ट्रपति रोड स्थित ऐतिहासिक किंग्सवे सरकारी स्कूल (Kingsway School) का निरीक्षण किया। जीएचएमसी के उपायुक्त डीडी नायक और सहायक नगर नियोजन अधिकारी पावनी ने आयुक्त को बताया कि स्कूल (School) भवन जीर्ण-शीर्ण हो चुका है और इसे असुरक्षित घोषित करते हुए सात साल पहले नोटिस जारी किया गया था। स्कूल के प्रधानाध्यापक और एमईओ प्रसन्ना ने अनुरोध किया कि छात्रों के लिए वैकल्पिक कक्षाओं की व्यवस्था की जाए ताकि शैक्षणिक वर्ष बाधित न हो।
ट्रस्ट ने दिया आश्वासन
आयुक्त ने पास के महबूब स्कूल ट्रस्ट के प्रतिनिधियों से बात की और उनसे अस्थायी उपयोग के लिए कक्षाएँ आवंटित करने का आग्रह किया। ट्रस्ट ने आश्वासन दिया कि वे इस प्रस्ताव पर विचार करेंगे। यह मामला ज़िला कलेक्टर और ज़िला शिक्षा अधिकारी के समक्ष भी उठाया जाएगा। आयुक्त ने हाइड्रा अधिकारियों को आगामी छुट्टियों के दौरान स्कूल भवन को ध्वस्त करने का निर्देश दिया।

सरकारी स्कूल से आप क्या समझते हैं?
शासन द्वारा संचालित वे शैक्षणिक संस्थान जिन्हें सार्वजनिक धन से चलाया जाता है, उन्हें सरकारी स्कूल कहा जाता है। इन स्कूलों में छात्रों को कम खर्च या निःशुल्क शिक्षा, पुस्तकें, पोषाहार और कभी-कभी वर्दी भी प्रदान की जाती है।
भारत में सरकारी स्कूल क्या है?
देश में केंद्र या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त और निधि प्राप्त जो विद्यालय संचालित होते हैं, उन्हें भारत में सरकारी स्कूल कहा जाता है। इन स्कूलों का उद्देश्य सभी वर्गों विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को शिक्षा सुलभ कराना है।
सरकारी स्कूल कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्यतः सरकारी स्कूलों को तीन भागों में बाँटा जाता है—केन्द्रीय विद्यालय, राज्य बोर्ड स्कूल और नवोदय विद्यालय। इसके अलावा सैनिक स्कूल, आर्मी स्कूल, और ईएमआर स्कूल जैसे विशेष उद्देश्य वाले सरकारी स्कूल भी होते हैं जो विशिष्ट समूहों के लिए बनाए जाते हैं।
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