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बिल पर सहमति बनने पर तीन लाख भारतीय को लौटना पड सकता है

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दुनियाभर के देशों पर टैरिफ्स (शुल्कों) के जरिए दबाव बना रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अब अपनी वीजा और इमिग्रेशन नीतियों से विदेशियों में डर और बेचैनी फैला रहे हैं।
पढ़ाई के बाद अमेरिका में तीन साल तक रहकर नौकरी ढूंढने और काम करने की सुविधा देने वाला ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) कार्यक्रम खत्म करने के लिए ट्रंप सरकार बिल लाने पर विचार कर रही है। इससे हजारों विदेशी छात्रों, खासकर भारतीय छात्रों में चिंता फैल गई है।

इतना ही नहीं, जो लोग नौकरी करके H1B वीजा पर अमेरिका में हैं, उनके लिए भी नियम सख्त कर दिए गए हैं। इसके अलावा, जिनके पास ग्रीन कार्ड है, उन्हें भी एयरपोर्ट्स पर घंटों जांच-पड़ताल से डरा रहे हैं।

लाखों लोगों में अनिश्चितता!

OPT को रद्द करने वाले बिल के आने से करीब 3 लाख भारतीय छात्र मुश्किल में पड़ सकते हैं। अगर ये बिल पास हो जाता है, तो उन्हें पढ़ाई खत्म होते ही अमेरिका छोड़ना पड़ेगा।
वैज्ञानिक, तकनीकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में पढ़ाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों को OPT के जरिए तीन साल तक अमेरिका में रहने और अनुभव लेने का मौका मिलता है। 2023-24 में करीब 97,556 भारतीय छात्रों ने OPT के तहत अनुमति हासिल की थी, जो पिछले साल की तुलना में 41% ज्यादा है।

  • अगर बिल पास हो गया, तो पढ़ाई पूरी करते ही छात्रों को अमेरिका छोड़ना होगा। इससे उनका करियर प्रभावित होगा और आर्थिक परेशानियां बढ़ेंगी।
  • OPT के दौरान कई छात्र अपनी पढ़ाई का लोन चुका देते हैं। बिल पास होने पर यह भी मुश्किल हो जाएगा।
  • रोजगार के अवसर कम हो जाने के कारण छात्रों को कनाडा या यूरोप जैसे अन्य देशों का रुख करना पड़ सकता है।
  • अमेरिकी विश्वविद्यालय भी चिंतित हैं क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या घट सकती है।

H1B वीजा धारकों में भी डर

H1B वीजा पर अमेरिका में काम कर रहे लोग भी परेशान हैं। उन्हें डर है कि अगर वे देश से बाहर गए तो वापस आना मुश्किल हो सकता है। सिलिकॉन वैली की कंपनियां जैसे माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, अमेजन आदि अपने कर्मचारियों को बाहर यात्रा करने से मना कर रही हैं।
भारतीय H1B वीजाधारकों में इस समय काफी चिंता का माहौल है।

ग्रीन कार्डधारक भी डरे हुए हैं

ट्रंप प्रशासन ग्रीन कार्ड सिस्टम में भी बड़े बदलाव ला रहा है।
हाल ही में कुछ ग्रीन कार्डधारक भारत से लौटते समय एयरपोर्ट्स पर सख्त पूछताछ का सामना करना पड़ा।

  • I-485 फॉर्म को अपडेट कर दिया गया है। शादी के बाद ग्रीन कार्ड के लिए अप्लाई करने वालों को अपनी आर्थिक स्थिति का विवरण देना होगा और व्यक्तिगत इंटरव्यू भी देना होगा।
  • नौकरी के जरिए ग्रीन कार्ड पाने वाले अगर अपने जीवनसाथी के लिए ग्रीन कार्ड चाहते हैं, तो उन्हें भी अपनी आर्थिक स्थिति साबित करनी होगी। इससे केवल आर्थिक रूप से मजबूत लोग ही ग्रीन कार्ड ले पाएंगे।
  • साथ ही, आवेदकों को अपनी शिक्षा, प्रोफेशनल डिग्रियां और कौशल के प्रमाण भी देना होगा।
  • शादी के बाद जीवनसाथी के लिए ग्रीन कार्ड अप्लाई करते समय, दंपत्ति को अपनी वैवाहिक जिंदगी का सबूत देना होगा। जैसे- साझा बैंक खाते, मकान के कागजात, शादी की तस्वीरें आदि।

‘धोखाधड़ी रोकने के लिए नियम सख्त’

अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (USCIS) ने इन सख्त नियमों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इससे वीजा में धोखाधड़ी और फर्जी शादियों जैसी गड़बड़ियों को रोका जा सकेगा।

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