पूर्व छात्रों ने दिए 100 करोड़ रुपये का विशाल दान
IIT बॉम्बे को पूर्व छात्रों के जरिए अब तक का सबसे बड़ा दान दिया गया है. यह दान आईआईटी बॉम्बे को छात्रों के हॉस्टल जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपने इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा दान मिला है. यह 100 करोड़ रुपये का योगदान दो पूर्व छात्रों नकुल अग्रवाल और रितेश अरोड़ा ने देने की घोषणा की है. यह दोनों ब्राउज़रस्टैक नामक टेक्निकल कंपनी के को-फाउंडर हैं।
स्मार्ट सुविधाएं होंगी शामिल
इस अपग्रेड के तहत जो सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, उनमें शामिल हैं:
- फुली एयर-कंडीशन्ड रूम्स
- हाई-स्पीड Wi-Fi कनेक्टिविटी
- स्मार्ट सिक्योरिटी सिस्टम
- रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग
- ग्रीन बिल्डिंग टेक्नोलॉजी
पूर्व छात्रों की ओर से खास जुड़ाव
नकुल और रितेश वर्ष 2006 के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग बैच से हैं. उन्होंने यह मदद अपने पुराने हॉस्टल अनुभवों की याद में दी है. दोनों हॉस्टल 6 में रहते थे, जिसे अब फिर से बनाया जाएगा. इसके अलावा हॉस्टल 7, 8 और 21 के नवीनीकरण के लिए “प्रोजेक्ट एवरग्रीन” के तहत भी इस फंड का उपयोग किया जाएगा।
बदलाव की दिशा में ब्राउज़रस्टैक की बड़ी भूमिका
इस योगदान का एक हिस्सा ब्राउज़रस्टैक की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉसिबिलीटी (CSR) योजना के माध्यम से संस्थान को दिया जाएगा। यह केवल इमारतों का नवीनीकरण नहीं बल्कि छात्रों के लिए बेहतर और सहयोगी वातावरण तैयार करने का प्रयास है।
पूर्व छात्रों की भावनात्मक जुड़ाव की झलक
रितेश अरोड़ा ने कहा कि IIT बॉम्बे ने हमें वह आधार दिया जिसकी मदद से हम ब्राउज़रस्टैक को एक वैश्विक कंपनी बना सके. अब हम अगली पीढ़ी के नवाचारियों के लिए ऐसा ही वातावरण देना चाहते हैं।
सीटीओ नकुल अग्रवाल ने भी अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि हमारी यात्रा हॉस्टल 6 से शुरू हुई थी. इस योगदान के ज़रिए हम उस स्थान को लौटाना चाहते हैं, जिसने हमें आकार दिया।