500 अंक गिरा सेंसेक्स, 81,000 पर कारोबार
- अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा प्रस्तावित टैरिफ की नीति के कारण वैश्विक निवेशकों में चिंता।
- सेंसेक्स में 500 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
- यह गिरावट विदेशी निवेश की आशंका और वैश्विक बाजारों की प्रतिक्रिया के कारण हुई।
Stock Market : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की ओर से भारत पर 25% टैरिफ (Tariff) के ऐलान के बाद आज (गुरुवार, 31 जुलाई) सेंसेक्स करीब 500 अंक गिरकर 81,000 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में भी करीब 150 अंक की गिरावट है, ये 24,700 पर है।
Stock Market : सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 24 में गिरावट और 6 में तेजी है। टाटा मोटर्स, रिलायंस, महिंद्रा और एयरटेल के शेयर्स 1% से ज्यादा नीचे हैं। जोमैटो, टाटा स्टील और HUL मामूली चढ़े हैं।
निफ्टी के 50 शेयरों में से 42 में गिरावट और 8 में तेजी है। NSE के ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.57% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.10% की गिरावट है। ऑटो, बैंकिंग और मेटल भी गिरे हैं।
- एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.90% ऊपर 41,020 के स्तर पर और कोरिया का कोस्पी 0.33% ऊपर 3,243 पर कारोबार कर रहा है।
- हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 1.12% नीचे 24,894 पर और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.68% गिरकर 3,591 पर कारोबार कर रहा है।
- 30 जुलाई को अमेरिका का डाउ जोन्स 0.38% गिरकर 44,461 पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डेक कंपोजिट 0.15% ऊपर 21,130 पर और S&P 500 0.12% नीचे 6,363 पर बंद हुए।
बाजार प्रभाव क्या है?
बाज़ार प्रभाव किसी परिसंपत्ति के व्यापार के कारण उसकी कीमत में होने वाला परिवर्तन है। किसी परिसंपत्ति को खरीदने से उसकी कीमत बढ़ेगी जबकि बेचने से उसकी कीमत गिरेगी। कीमत में होने वाला उतार-चढ़ाव परिसंपत्ति की तरलता को दर्शाता है: परिसंपत्ति जितनी अधिक तरल होगी, किसी एक व्यापार का उसकी कीमत पर उतना ही कम प्रभाव पड़ेगा।
शेयर बाजार में एट क्या होता है?
एट-द-मार्केट ऑर्डर एक प्रकार का मार्केट ऑर्डर है, जो किसी निवेशक द्वारा ब्रोकर को वर्तमान वित्तीय बाजार में सर्वोत्तम उपलब्ध मूल्य पर किसी परिसंपत्ति को खरीदने या बेचने का निर्देश होता है। बाज़ार में निर्देश आमतौर पर प्राप्त होने के कुछ ही क्षणों में पूरा हो जाता है। इसे बाज़ार के समय के दौरान कभी भी दिया जा सकता है।