अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत – पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई और कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो वह दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए हरसंभव मदद करने को तैयार हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान को आपस में मिलकर इस समस्या का हल निकालना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा ः
“ये बहुत भयानक है! मेरी सोच ये है कि मैं दोनों देशों के नेताओं को जानता हूं और चाहता हूं कि वे आपस में बात करके समाधान निकालें। अब तक दोनों तरफ से जवाब दिया गया है, अब रुक जाना चाहिए। अमेरिका के दोनों देशों से अच्छे रिश्ते हैं, और मैं चाहता हूं कि यह सब जल्दी खत्म हो। अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं, तो ज़रूर करूंगा। मैं साथ खड़ा रहूंगा।”
मार्को रुबियोने जताई चिंता
इसी दिन, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच हालात पर चिंता जताई और कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा:
“मैं भारत-पाकिस्तान के हालात पर नज़र रख रहा हूं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप की बातों से सहमत हूं कि यह संकट जल्दी खत्म हो और हम दोनों देशों से शांति के लिए बातचीत करते रहेंगे।”
ट्रंप ने आगे कहा कि उन्हें भारतीय हमलों की जानकारी तब मिली जब वे ओवल ऑफिस में प्रवेश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “हमने बस अंदर जाते वक्त सुना। कुछ लोग पहले से अंदाज़ा लगा रहे थे कि कुछ होगा। ये दोनों देश दशकों, बल्कि सदियों से लड़ते आ रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि ये सब जल्द खत्म होगा।”
अमेरिकी विदेश विभाग ने भी स्थिति को लेकर प्रतिक्रिया दी लेकिन कोई खास टिप्पणी नहीं की।
विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हम खबरों से अवगत हैं, लेकिन अभी हमारे पास कोई मूल्यांकन नहीं है। यह एक लगातार बदलती स्थिति है और हम इसे करीब से देख रहे हैं।